अगर आप भी ऐसी भीषण गर्मी में ट्रेन से लंबा सफर करने जा रहे हैं फिर चाहे वो वेकेशन हो या फिर कोई बिजनेस ट्रिप, तो कुछ बातों का खास ध्यान रखने की जरूरत है क्योंकि गर्मी में ट्रेनों में मेडिकल हेल्प की डिमांड कई गुना बढ़ गई है। ज्यादातर पैसेंजर्स को उल्टी, दस्त व पेट दर्द की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
बहुत ज्यादा गर्मी की वजह से शरीर में मौजूद पानी का एक बड़ा हिस्सा पसीने के रूप में बाहर निकल जाता है। इससे उसके तापमान को नियंत्रित करने वाला थर्मोस्टेट सिस्टम सही ढंग से काम नहीं कर पाता इसलिए लोगों को तेज बुखार, सांस लेने में तकलीफ, उल्टी, नॉजिया, लूज मोशन, सिरदर्द, बार-बार प्यास लगना और कमजोरी जैसे लक्षण नजर आते हैं, जिसे हीट स्ट्रोक या लू लगना भी कहा जाता है। ऐसे में कई बार लोगों का ब्लड प्रेशर लो हो जाता है इससे उन्हें ब्रेन या हार्ट स्ट्रोक भी हो सकता है।
इन बातों का रखें ध्यान
दूषित पानी व कटे फल पेट में इंफेक्शन फैलाते हैं, तो इन्हें खाने से बचें – पैसेंजर्स को वेंडर से पानी की बोतल लेने के बजाय स्टेशन पर स्टॉल से पानी की सील बंद बोतल लेना चाहिए – शरीर में पानी की कमी न होने दें। इसके लिए पानी के अलावा दूध, छाछ या लस्सी पीते रहें। ताजे फलों का जूस भी पिया जा सकता है – गर्म हवाओं से खुद को बचाएं। इसके लिए मुंह पर कपड़ा बांध सकते हैं – समोसा, बर्गर या अन्य दूसरे जंक फूड्स का कम से कम सेवन करें।
- सफर से पहले कर लें ये तैयारी
कम दूरी के सफर में पानी घर से लेकर चलें। – बाहर की चीजें न खानी पड़े इसके लिए घर में बने खाने-पीने की वस्तुओं को लेकर चलें – इलेक्ट्रॉल या ओआरएस के पैकेट। जरूर साथ रख लें – उल्टी व लूज मोशन की दवा साथ रख सकते हैं – सफर के दौरान आरामदायक व ढीले कपड़े पहनें – एक लीटर पानी में ओआरएस मिलाकर एक घंटे में खत्म कर दें।