साक्षात्कार : धामी सरकार के मिशन 2025 को साकार करेगा एनएचएम –  डॉ आर. राजेश कुमार , मिशन निदेशक

देहरादून के पूर्व जिलाधिकारी और नवनियुक्त निदेशक राष्ट्र्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड डॉ आर राजेश कुमार ने मंगलवार को पदभार ग्रहण कर लिया है। मूलतः तमिलनाडु से सम्बन्ध रखने वाले उत्तराखंड कैडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डॉ आर राजेश कुमार को एक प्रभावशाली और कुशल प्रबंधक माना जाता है। यही वजह है कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और राज्य व केंद्र सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए मुख्यमंत्री धामी ने अपने इस बेहतरीन अफसर को कमान सौंपी है। हिंदी दैनिक न्यूज़ वायरस से पहला साक्षात्कार देते हुए नवनियुक्त मिशन निदेशक एनएचएम ने अपनी प्रार्थमिकताएँ बताई हैं और कहा है कि वो सरकार की योजनाओं को प्रभावी बनाने में पारदर्शी और प्रभावी कार्य आने वाले दिनों में शानदार नतीजे देंगे।  पढ़िए संवाददाता महविश के साथ मिशन निदेशक डॉ आर. राजेश कुमार का ये पहला इंटरव्यू –

महविश  ( रिपोर्टर )  निदेशक बनने के बाद डॉ आर राजेश कुमार सबसे पहला सवाल है कि आपके सामने क्या क्या चुनौतियां  है ?

डॉ आर राजेश कुमार – स्वास्थ एक महत्वपूर्ण विभाग है , और  जैसे कहते है वेल्थ इस वेल्थ और इसके साथ साथ कहना चाहूंगा कि उत्तराखण्ड में 13 जिले है और ज्यादातर पहाड़ी ज़िले है। पहाड़ी राज्य होने की वजह से कोने कोने तक जितनी भी स्वास्थ्य योजनाएं और सुविधाएं हैं वो हर व्यक्ति तक आसानी से पहुँचाना ही मेरी सर्वोच्च प्रार्थमिकता है

महविश  ( रिपोर्टर )- अगले कुछ दिनों के लिए आपकी पहली 5  प्रमुख प्राथमिकता क्या रहेगी …  ?
डॉक्टर आर. राजेश कुमार  –  इस सवाल का जवाब देते हुए मिशन निदेशक डॉ राजेश कुमार कहते हैं कि अभी फिलहाल उन्होंने चार्ज लिया है और अभी वह विभागीय अधिकारियों से रूबरू हो रहे हैं। इसके बाद उन्होंने जो दिमाग में परिकल्पना बनाई है और मुख्यमंत्री के विजन और विभागीय मंत्री की योजनाओं को साकार करने के लिए उन्हें जो महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है वह समझते हैं। अभी फिलहाल सबसे पहले आम आदमी और हर जरूरतमंद तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाना सबसे पहली प्राथमिकता है , डॉक्टर नर्स एएनएम के साथ मिलकर योजनाओं को पहाड़ों पर ज्यादा से ज्यादा प्रभावी बनाकर मरीजों और अस्पतालों में आने वाले लोगों को राहत देना सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है।  इसके साथ ही साथ क्योंकि यह पहाड़ी राज्य है और कहीं ऐसी जगह भी हो सकती है , जहां स्वास्थ्य सेवाएं न पहुंच पाई हो ऐसे में इन जगहों पर फर्जी डॉक्टर , फर्जी झोलाछाप सेंटर भी बन जाते हैं जिसकी वजह से लोगों की जान माल का नुकसान होता है और इसलिए इन पर सख्त कार्यवाही करना भी प्लान में शामिल है।

महविश  ( रिपोर्टर ) – अक्सर यह देखा जाता है की आम जनता से सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर्स अच्छे से व्यवहार नहीं करते है तो इसका क्या उपाय है आपके पास  ?डॉक्टर आर. राजेश कुमार – इस सवाल के जवाब में डॉ राजेश कुमार कहते हैं कि उन्होंने फिलहाल अभी चार्ज लिया है और हालात कैसे हैं ? और स्थिति क्या है ? इसके बारे में वह कुछ दिनों बाद ही बता पाएंगे , लेकिन  पहले वह लगातार मीटिंग लेंगे और अपने विभाग के सभी अधिकारियों से फीडबैक भी लेंगे क्योंकि जरूरी है कि केंद्र और राज्य सरकार का स्वस्थ और तंदुरुस्त उत्तराखंड बनाने का जो लक्ष्य है  और जिसके लिए सरकार ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है उसमें आम आदमी तक एनएचएम की कल्याणकारी योजनाओं को पहुंचाया जा सके , आशा और एएनम इसमें काफी मददगार होती हैं इसलिए अभी फिलहाल  कुछ दिन तक विभागीय अधिकारियों से फीडबैक लेंगे उसके बाद अपने प्लान को आगे बढ़ाएंगे

महविश  ( रिपोर्टर )- देहरादून में नकली दवाइयों की कालाबाजारी का गैंग काम कर रहा है तो आप क्या उसको रोक पाएंगे ?

डॉक्टर आर. राजेश कुमार – इस सवाल के जवाब में मिशन निदेशक एनएचएम डॉ आर. राजेश कुमार कहते हैं कि जब वह डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट थे  तब भी उन्होंने स्थानीय जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की टीम बनाकर लगातार फर्जी दवाइयों के कालाबाजारी पर सख्त कार्यवाही की थी और बड़े पैमाने पर रोक लगाने में कामयाब हुए थे। ऐसे में उन्होंने जो अभियान दवाइयों की ब्लैक मार्केट को तबाह और खत्म करने के छेड़ा था जो अब इस कुर्सी पर आकर भी वह आगे जारी रखेंगे ताकि जनता की जान के साथ खिलवाड़ हरगिज़ न हो सके।

महविश  ( रिपोर्टर ) – अंत मे एक ज़रूरी सवाल है कि सरकारी अस्पतालो मे ऐम्बुलेंस गैंग काम करता है ज़ाहिर बात है इसमे डाक्टर्स भी साथ देते है सरकारी अस्पतालो से मरीज़ो को प्राइवेट अस्पतालो मे छोड़ा जाता है , तो क्या आप इस गैंग को तोड़ पायंगे ?

डॉक्टर आर. राजेश कुमार –  अस्पतालों में एंबुलेंस बैंक के मकड़जाल को तोड़ने के लिए डॉक्टर आर. राजेश कुमार कहते हैं कि न्यूज़ वायरस ने जिस तरह से इस मुद्दे को उठाया है उसके लिए वह धन्यवाद करना चाहते हैं , साथ ही साथ जिस तरह से इस समस्या पर इनपुट और फीडबैक मिलेगा वो सख्त कार्यवाही उसी तरह जारी रखेंगे जिस तरह जिलाधिकारी रहते हुए उन्होंने जिला प्रशासन में सख्त और पारदर्शी कार्यवाही और कार्यप्रणाली को शुरू किया था। मिशन निदेशक एनएचएम के रूप में वो लोगों को भरोसा दिलाते हैं कि उनसे जो भी उम्मीदें राज्य सरकार ने की है , विभागीय मंत्री और जनता ने की है  उस पर वह पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ खरा उतरने की कोशिश करेंगे। यही उम्मीद उन्होंने अपने विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों से भी जताई है।

महविश  ( रिपोर्टर )- अंत में आप उत्तराखंड की जनता को क्या सन्देश देना चाहेंगे ?

डॉ आर. राजेश कुमार- जवाब देते हुए मिशन निदेशक कहते हैं कि अभी  कोविड का खतरा बना हुआ है और हमे अभी फिलहाल सभी सावधानिया बरतनी है। लिहाज़ा मैं जन समुदाय से विनम्र अनुरोध करूंगा की हम सरकार के जो बनाय हुए गाइडलाइन्स है उसका सख्ती से पालन करे और अपने आस पास के लोगो को भी जागरूक करे। एक और मेसेज मैं देना चाहूंगा डेंगू के सम्बन्ध मे , हर 3 साल मे डेंगू का आउटब्रेक सबसे ज़्यादा चरम पर रहता है। तो यह वह साल है जिसमे सबसे ज़्यादा संभवता डेंगू आउटब्रेक इंटर्म ओफ नम्बर्स सबसे ज़्यादा हो सकते हैं।  तो अपने आसपास साफ सफाई रखिए ,पानी को अपने आस पास जमा न होने दें।  आप एक ज़िम्मेदार और जागरूक नागरिक बनकर न सिर्फ अपनी सेहत को बचा सकते हैं बल्कि अपने शहर और राज्य की भी सुरक्षा में अहम भूमिका निभा सकते हैं।

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