मज़दूर का बेटा बना IAS – मसूरी में ले रहा ट्रेनिंग

राजस्‍थान के जोधपुर जिले की तिवरी तहसील के गांव रामनगर में मनरेगा मजदूर मीरा देवी के बेटे सोहनलाल सिहाग ने यूपीएससी 2021 में 681वीं रैंक हासिल की। राजस्‍थान के जोधपुर की तिवरी तहसील के गांव रामनगर में मनरेगा मजदूर मीरा देवी की पहचान अब आईएएस की मां के रूप में भी है। मीरा देवी के बेटे सोहनलाल सिहाग इस वक्‍त मसूरी स्थित LBSNAA में आईएएस की ट्रेनिंग ले रहे है।

एक मई को मजदूर दिवस 2023 के आईएएस सोहनलाल सिहाग के पिता गोरधनराम सिहाग ने मीडिया से बातचीत में बेटे की कामयाबी और पत्‍नी मीरा के साथ-साथ खुद के संघर्ष की पूरी कहानी बयां की। गोरधन बोले कि बेटा ही हाल ही मसूरी में आईएएस की ट्रेनिंग लेने गया है। पत्‍नी अभी भी मनरेगा में मजदूरी कर रही है।गोरधन राम ने बताया कि पत्‍नी मीरा देवी ने मनरेगा में मजदूरी करके ही बेटे सोहनलाल को पढ़ाया-लिखाया और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। पत्‍नी मीरा लंबे समय से मनरेगा में मजदूरी कर रही है। आज हमारे परिवार में शादी होने के बाद मजदूरी पर नहीं जा रही है। शादी समारोह सम्‍पन्‍न होने के बाद फिर मजदूरी पर लौटेगी।

बता दें कि 26 वर्षीय सोहनलाल को पढ़ाने के लिए किसान पिता गोरधन राम ने भी बीस लाख का कर्ज लिया था। सोहन ने दसवीं तक की पढ़ाई गांव के राजकीय उच्‍च माध्‍यमिक विद्यालय से पूरी की। 12वीं कोटा से पास करने के बाद आईआईटी मुम्‍बई में चयन हुआ। 2018 में आईआईटी पास की। फिर यूपीएससी की तैयारियों में जुट गया। सोहनलाल ने आईआईटी पास करने के बाद प्‍लेसमेंट में लाखों का जॉब ऑफर ठुकराकर सिविल सेवा में जाने का मन बनाया। कहीं पर कोचिंग नहीं की। यू-ट्यूब देखकर पढ़ाई की। खुद ही नोट्स बनाए। सोहनलाल यूपीएससी में तीन बार तो प्री भी पास नहीं कर पाए थे। चौथे प्रयास में आईएएस बन गए। सोहन लाल के दो बहन व एक भाई है।

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