मसूरी : आजकल की युवा पीढ़ी जिस प्रकार से सूखे नशे और मोबाइल की लत लगने के कारण अपना भविष्य खराब कर रहे हैं वहीं पर्यटन नगरी मसूरी में इन आदतों से दूर रखने और खेलों में अपना भविष्य तलाश नहीं के लिए फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है जिसमें बालकों के विभिन्न वर्गों के साथ ही बालिका वर्ग में भी प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है आज सर्व मैदान में आयोजित इस प्रतियोगिता में बालकों के साथ ही बालिकाओं ने भी अपनी खेल प्रतिभा से वहां मौजूद दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया शहर के इतिहास में पहली बार बालिका वर्ग में फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है साथ ही आजकल की युवा पीढ़ी को एक नई दिशा दी जा रही है जिससे आने वाले समय में वह प्रदेश और देश का नाम रोशन कर सकें इस प्रयास की पूरे शहर में प्रशंसा हो रही है।
लेकिन कहीं ना कहीं खेल मैदान ना होने की टीस आज भी मन में रह जाती है हालांकि जनप्रतिनिधियों द्वारा कई बार घोषणाएं की जा चुकी है लेकिन अब तक एक खेल मैदान मसूरी के खिलाड़ियों को नसीब नहीं हो पाया है।
प्रिंस पवार बताते हैं कि उनका उद्देश्य मसूरी में उभरती हुई प्रतिभाओं को आगे बढ़ाना है और जो बच्चे आज इस प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं उनके अंदर गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है साथ ही पहली बार बालिका वर्ग की प्रतियोगिता भी आयोजित की गई है
इस अवसर पर महेश चंद्र ने बताया कि आज मसूरी के लिए या ऐतिहासिक दिन है जहां पर पहली बार गर्ल्स फुटबॉल खेल रही हैं शासन प्रशासन को भी इस और ध्यान देना चाहिए उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताओं से खेल की बुनियाद मजबूत होती है ।