न्यूज़ वायरस के लिए महविश की रिपोर्ट —-
मिट्टी के बर्तन, जाे यंग जनरेशन को कुछ साल पहले तक आउटडेटेड लगते थे, अब वही ‘कूल’ लगने लगे हैं। बिरयानी, कुल्फी और तंदूरी चाय जैसी कई चीजें आजकल मिट्टी के बर्तनों में मिल रही हैं। लोग अपने घरों में भी इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। इसलिए आज जरूरत की खबर में बात करेंगे मिट्टी के बर्तन के फायदे के बारे में। साथ ही ये भी बताएंगे कि क्या मिट्टी के बर्तनों को साबुन से धोना चाहिए? तेल के दाग, बर्तन से हटाने के लिए क्या करना चाहिए ? उससे पहले बता दें कि एल्युमीनियम के बर्तन में खाना पकाने से 87% पोषक तत्व, यानी न्यूट्रिएंट, पीतल के बर्तन में 7% और कांसे के बर्तन में 3% पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं।
मिट्टी का बर्तन यूज करने से पहले ये स्टेप्स फॉलो करें –
- बाजार से लाने के बाद बड़े बर्तनों को 12 घंटे पानी में भिगोकर रखें।
- छोटे बर्तन जैसे गिलास, कटोरी, दही जमाने की हांडी को 6 घंटे भिगोएं।
- दूसरे दिन बर्तन में हल्का गर्म पानी डाल कर धोएं।
- धोने के लिए एक ब्रश का इस्तेमाल करें, ताकि एक्स्ट्रा मिट्टी निकल जाएं।
- यह भी याद रखें कि मेटल ब्रश का इस्तेमाल नहीं करना है।
- इसे धूप में अच्छी तरह से सुखाएं, फिर इसके अंदर खाने का तेल चारों ओर लगाएं।
- अब इसमें पानी भरकर गैस पर मध्यम आंच पर गर्म करें।
- आधे घंटे के बाद पानी को फेंक दें। इस तरह बर्तन खाना बनाने और खाने-पीने के लिए तैयार है।
ये तीन बातें भी याद रखें –
- बाजार में मिलने वाले चमकीले और पेंट किए हुए मिट्टी के बर्तन में कई तरह के केमिकल होते हैं, जो नुकसान पहुंचाते हैं। इसलिए नॉर्मल दिखने वाले बर्तन ही लें।
- फ्रिज में मिट्टी के बर्तन रखने से पहले उसे ठंडा होने दें। अगर आप गर्म बर्तन ही फ्रिज में रख देंगे तो वह क्रैक हो जाएगा।
- कभी भी खाली मिट्टी के बर्तन को चूल्हे पर न रखें।
जब भी आप मिट्टी के बर्तन को ओवन से हटाते हैं तो इसे सीधे ठंडी सतह पर न रखें। इससे बर्तन टूट जाएगा। हमेशा ओवन मैट्स, या किसी टॉवेल पर रखें।