प्रधानमंत्री ने लोगों से कुपोषण मिटाने में मदद करने का आह्वान किया

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने को लोगों से कुपोषण उन्मूलन के प्रयासों में शामिल होने का आग्रह किया, साथ ही कहा कि सामाजिक जागरूकता इस मुद्दे से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।उन्होंने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा। “मैं आपको कुपोषण से जुड़े इतने सारे नवोन्मेषी प्रयोगों के बारे में बता रहा हूं, क्योंकि आने वाले महीने में हम सभी को भी इस अभियान से जुड़ना है। सितंबर का महीना त्योहारों के साथ-साथ पोषण से जुड़े एक बड़े अभियान को समर्पित है। हम मनाते हैं पोषण माह हर साल 1 से 30 सितंबर तक। कुपोषण के खिलाफ पूरे देश में कई रचनात्मक और विविध प्रयास किए जा रहे हैं।

यह देखते हुए कि प्रौद्योगिकी का बेहतर उपयोग और जन भागीदारी भी पोषण अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है, पीएम ने कहा कि देश में लाखों आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मोबाइल डिवाइस उपलब्ध कराने से लेकर आंगनवाड़ी सेवाओं की पहुंच की निगरानी के लिए एक पोषण ट्रैकर भी लॉन्च किया गया है।उन्होंने आगे उल्लेख किया कि संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को ‘अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष’ घोषित करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया है और भारत के इस प्रस्ताव को 70 से अधिक देशों ने स्वीकार किया है।

प्रधान मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि मोटापा कम करने के साथ-साथ बाजरा मधुमेह, उच्च रक्तचाप और हृदय संबंधी बीमारियों के जोखिम को भी कम करता है और पेट और यकृत की बीमारियों को रोकने में भी सहायक होता है।

हमने अभी कुछ समय पहले कुपोषण का जिक्र किया था। बाजरा कुपोषण से लड़ने में भी बहुत फायदेमंद होता है, क्योंकि ये ऊर्जा के साथ-साथ प्रोटीन से भी भरपूर होते हैं। आज देश में बाजरा को बढ़ावा देने के लिए बहुत कुछ किया जा रहा है। इससे जुड़े अनुसंधान और नवोन्मेष पर ध्यान देने के साथ ही एफपीओ को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे उत्पादन बढ़ाया जा सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top