तराई में किसानों को साधने के लिए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को राजा बता दिया उन्होंने कहा कि किसानों का सम्मान कांग्रेस सरकार में ही लौट सकता है। राहुल गांधी ने दिल्ली में किसानों के आंदोलन का उल्लेख करते हुए भाजपा सरकार की नीतियों की आलोचना की।
किसानों ने हिंदुस्तान की सरकार को दिखाई सच्चाई
राहुल गांधी ने कहा कि मैं किसानों को बधाई देना चाहता हूं कि तीन कानूनों के खिलाफ आप पहाड़ जैसे खड़े रहे। एक इंच हिले नहीं और एक कदम पीछे नहीं गए। अपने हिंदुस्तान की सरकार को सच्चाई दिखाई। इस सरकार को यह बताना बहुत जरूरी था। कहा कि आप सिर्फ देश को भोजन नहीं देते, रास्ता भी दिखाते हो। सालों से यह क्रम जारी है। अंग्रेजों से लड़ाई बड़े उद्योगपतियों ने नहीं लड़ी थी। किसानों और मजदूरों ने लड़ी थी। कहा कि मनमोहन सिंह का समय गोल्डन पीरियड था क्योंकि उस समय किसानों और सरकार के बीच पार्टनरशिप थी। सरकार के दरवाजे खुले थे। जो आपके दिल में था, वह कह सकते थे। उस समय के हिंदुस्तान में प्रधानमंत्री था आज के हिंदुस्तान में राजा है।
राहुल गांधी ने कहा कि मैं किसानों को बधाई देना चाहता हूं कि तीन कानूनों के खिलाफ आप पहाड़ जैसे खड़े रहे। एक इंच हिले नहीं और एक कदम पीछे नहीं गए। अपने हिंदुस्तान की सरकार को सच्चाई दिखाई। इस सरकार को यह बताना बहुत जरूरी था। कहा कि आप सिर्फ देश को भोजन नहीं देते, रास्ता भी दिखाते हो। सालों से यह क्रम जारी है। अंग्रेजों से लड़ाई बड़े उद्योगपतियों ने नहीं लड़ी थी। किसानों और मजदूरों ने लड़ी थी। कहा कि मनमोहन सिंह का समय गोल्डन पीरियड था क्योंकि उस समय किसानों और सरकार के बीच पार्टनरशिप थी। सरकार के दरवाजे खुले थे। जो आपके दिल में था, वह कह सकते थे। उस समय के हिंदुस्तान में प्रधानमंत्री था आज के हिंदुस्तान में राजा है।
नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं, राजा हैं। कहा कि आज का राजा जनता की नहीं सुनता है। किसान एक साल ठंड और कोविड में सड़क पर खड़े थे। लेकिन प्रधानमंत्री ने बात करने की कोशिश नहीं की। यूपीए सरकार के दौरान हमने किसानों की मांग पर 10 दिन में 70 हजार करोड़ रुपए का कर्जा माफ किया था। हमारी मंशा आपके साथ पार्टनरशिप करने की है। जिससे कि आपको लगे कि यह आपकी सरकार है। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि मैं गारंटी दे सकता हूं कि जो नरेंद्र मोदी ने किसानों के साथ किया। कांग्रेस पार्टी मर जाएगी, खत्म हो जाएगी, लेकिन ये कभी नहीं करेगी।