सितारों से सुसज्जित अयोध्या की रामलीला में सांप्रदायिक सौहार्द परिभाषित हो रहा है। छह से 15 अक्टूबर तक सरयू तट स्थित लक्ष्मण किला परिसर में प्रस्तावित रामलीला में बॉलीवुड के दो दर्जन से अधिक जाने-माने कलाकार भूमिका अदा करेंगे।
इनमें से कई मुस्लिम कलाकार भी होंगे। बॉलीवुड में करीब चार दशक से रोबीली आवाज और जीवंत अभिनय के लिए विशिष्ट पहचान रखने वाले रजा मुराद कुंभकर्ण की भूमिका का निर्वहन करेंगे, तो चंद्रकांता फेम एक अन्य मशहूर सिने स्टार शाहबाज खान रावण की भूमिका में होंगे। इन दोनों शीर्ष अभिनेताओं ने गत वर्ष की रामलीला में भी काम किया था। शाहबाज खान तो रावण की ही भूमिका में थे, जबकि रजा मुराद ने अहिरावण की भूमिका निभाई थी।
इस बार उन्हें कहीं अधिक महत्वपूर्ण कुंभकर्ण की भूमिका के लिए चुना गया है। जबकि बॉलीवुड की ही एक अन्य अभिनेत्री शीबा खान मंदोदरी की भूमिका में होंगी। सौहार्द का संदेश महज इन मुस्लिम कलाकारों की भूमिका तक ही नहीं निहित है, बल्कि गत वर्ष की रामलीला से लेकर इस बार की तैयारी के दौरान रामनगरी पहुंचे इन कलाकारों ने पूरे दिल से सौहार्द का राग छेड़ा और श्रीराम के साथ रामनगरी के प्रति पूरी आस्था अर्पित की।
दरअसल, यह रुझान रामनगरी की परंपरा के अनुरूप है। सांप्रदायिक एकता एवं साझी विरासत रामनगरी के डीएनए में है। रामनगरी सनातनियों के साथ अनेक मतावलंबियों की आस्था के केंद्र में रही है। जैन धर्म के 24 तीर्थंकरों में से पांच का जन्म अयोध्या में ही हुआ। बौद्ध धर्म के प्रवर्तक महान द्रष्टा गौतम बुद्ध ने ज्ञान प्राप्ति के बाद सर्वाधिक समय रामनगरी में बिताया।