सोमालियाई लुटेरे : भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन संकल्प को एक बड़ी कामयाबी के साथ संपन्न किया है, इस कार्रवाई के तहत नौसेना ने सोमालिया के 35 लुटोरों को समुद्र से गिरफ्तार किया है। इन लुटेरों को नौसेना INS युद्धपोत द्वारा कोलकाता से ले कर मुंबई पहुंची जहां पर इन्हें मुंबई पुलिस के हवाले कर दिया गया है। ऑपरेशन संकल्प के तहत अध्ययन की खाड़ी और अरब सागर में समुद्र से होकर गुजरने वाले माल वाहक पोतों और नाभिकों की सुरक्षा के लिए भारतीय नौसेना के जहाज को तैनात किया गया है।
मार्कोस कमांडो ने बड़ी बहादुरी से समुद्री लुटेरों को किया काबू
नौसेना के मुताबिक 40 घंटे से ज्यादा ऑपरेशन सकल पी अभियान के अंतर्गत आई एन एस कोलकाता ने समुद्री लुटेरों के जहाज एमवी रूएन को अरब सागर में पकड़ा है नौसेना के अनुसार इस जहाज का इस्तेमाल समुद्र से गुजरने वाले जहाज नाविकों और कमर्शियल जहाज को बंधक बनाकर लूटपाट करना था, इन समुद्री लुटेरों ने एक्स एमवी रूएन का बीते वर्ष 14 दिसंबर को सोमालिया के तट से लुटेरों ने अपहरण कर लिया था।
15 मार्च की सुबह से ही नौसेना के मार्कोस कमांडो हरकत में आ गए. नौसेना के ड्रोन ने देखा कि आई एन एस कोलकाता को देखते ही उन्होंने अपना रास्ता बदल लिया और वह अपना जहाज लेकर वापस सोमालिया तट की तरफ जाने लगे.. जहाज को जब रुकने के लिए कहा गया तो लुटेरों ने नौसेना के युद्धपोत और मार्कोस कमांडो पर गोलीबारी शुरू कर दी साथ ही नौसेना के ड्रोन को उन्होंने निशाना बनाकर मार गिराया था..नौसेना ने अपने नेवीगेशनल सिस्टम से एमवी रूएन के स्टीयरिंग सिस्टम को फेल कर दिया जिस कारण यह आगे बढ़ ना सके तब जाकर भारतीय वायु सेना के सी 17 विमान से मार्कोस कमांडो इस जहाज पर उतरे और चालक दल समेत इस व्यापारिक जहाज को बचाने में सफलता हासिल की
ऑपरेशन संकल्प की प्रक्रिया
23 दिसंबर से भारतीय नौसेना के कठिन प्रयासों में समुद्री क्षेत्र में खतरों से निपटने के लिए समुद्र में 5000 से अधिक कर्मियों की तैनाती, युद्धपोतों के 450 से अधिक कार्य दिवस (21 से अधिक जहाजों की तैनाती के साथ) और समुद्री निगरानी विमान द्वारा 900 घंटे की उड़ान शामिल हैं।