ये क्या हुआ, कैसे हुआ, लोग क्यों बदल रहे हैं शादियों की तारीख

पूरे देश में आजकल यही हाल है।सब कुछ पहले से तय था सब वक्त के मुताबिक होना था लेकिन अचानक लोगों ने अपनी शादियों की तारीख ताबड़तोड़ बदलने की शुरुआत कर दी है। शादियों की तारीख बदलने से शादी वाले जोड़ों के घर में नए सिरे से बदलाव किए जा रहे हैं।

कहीं पर निमंत्रण कार्ड छप चुके थे, दिन तारीख और जगह सब पहले के मुताबिक तय थीं लेकिन अब सब कुछ नए सिरे से करना पड़ रहा है, लोग अपने रिश्तेदारों को फोन और मैसेज के जरिए शादियों की बदलने की तारीख बताने लग गए हैं कुछ जोड़ों ने तो फिर से नई डेट का ऐलान कर दिया है कुछ अभी सोच रहे हैं कि अब कौन सी डेट को शहनाई बजाई जाए।

शादियों की तारीख बदलने से गेस्ट हाउस होटल और रिसोर्ट में फिर से नए सिरे से बदलाव और बुकिंग की जा रही है ऐसे में कई बुकिंग ऐसी हैं जिनकी डेट आपस में एक दूसरे के साथ मैच हो रही है इस कारण इन स्थलों के मालिकों को फिर से सारा इंतजाम करना पड़ रहा है.. देहरादून के मसूरी हिल रिसॉर्ट के मालिक विवेक रावत ने बताया कि उनके यहां 6 महीने पहले कई सदियों की बुकिंग हो चुकी थी लेकिन अब कुछ लोगों ने इसकी डेट बढ़ा दी है तो वहीं कुछ लोगों की शादियां एक ही दिन पड़ने के कारण उन्हें कैंसिल भी करना पड़ रहा है ..

क्यों आगे बढ़वाई लोगों ने शादी की तारीख

जिनके जीवन में मतदान के दिन बजनी थी शहनाई उन जोड़ों ने अपनी शादी की तारीख आगे बढ़वाई..

विवेक के मुताबिक कई जोड़ों के परिवारों को इसमें थोड़ी सी दिक्कत हो रही है लेकिन उनका कहना है कि जब सवाल देश का है तो हम सभी तैयार हैं क्योंकि यह मतदान का त्यौहार है जितना के जीवन में मैरिज जरूरी है उतना ही मतदान भी।

मेरठ के सीनियर जर्नलिस्ट नईम सैफी के मुताबिक 18वीं लोकसभा के महापर्व को देखते हुए शहर भर के तमाम गेस्ट हाउस और मंडपों में शादियों के लिए नई तारीखों का बदलाव किया जा रहा है क्योंकि लोकतंत्र का यह त्यौहार पांच सालों बाद आ रहा है जिसके लिए मेरठ वासी अपने जीवन के इन पलों में बदलाव करने के लिए सहर्ष तैयार हैं..

अप्रैल और जून के महीने में शादियों की तारीख में हो रहे बड़े बदलाव

पूरे भारत में लोकसभा के चुनाव के चलते लोग 19 अप्रैल से लेकर 4 जून के बाद की ही डेट या उन दिनों को छोड़कर जिन दिनों में उनके शहरों में मतदान होना है उसके बाद की ही तारीख अपनी शादी के लिए तय कर रहे हैं। देश में 18वीं लोकसभा के चुनाव सात चरणों में हो रहे हैं पहला चरण 19 अप्रैल से प्रारंभ है इसके साथ ही अंतिम यानी कि सातवां चरण 1 जून को है । ऐसे में 543 सीटों के लिए 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और एक जून को मतदान होगा। 19 अप्रैल को पहले चरण में 102 सीट, 26 अप्रैल को दूसरे चरण में 89 सीट, 7 मई को तीसरे चरण में 94 सीट, 13 मई को चौथे चरण में 96 सीट, 20 मई को पांचवें चरण में 49 सीट, 25 मई को छठे चरण में 57 सीट और एक जून को सातवें आखिरी चरण 57 सीटों की वोटिंग होगी।

गेस्ट हाउस और होटल मालिकों की मानें तो अधिकतर जोड़ों ने तय किया है कि 4 जून को नतीजे आने के साथ दोस्तों मित्रों और रिश्तेदारों में नई सरकार की चर्चा और गपशप के साथ तय होगी शहनाई की कोई नई तारीख़ …इन सब के बावजूद आप सबको कुछ ऐसे चेहरे मीडिया में देखने को फिर भी मिल जाएंगे जो शादी के जोड़ों और लिबासों में भी मतदान करते नजर आएंगे..

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