बन्द पडी बीमा पालिसी के नवीनीकरण एंव प्रीमियम को शेयर मार्केट में लगाने की बात कहकर 68 लाख की धोखाधडी करने वाले गिरोह के मास्टमाइन्ड को गिरफ्तार किया गया. लगातार तीसरे दिन तीन अभियोगो में उत्तरप्रदेश महाराष्ट्र एवं दिल्ली से शातिर अभियुक्तों की गिरफ्तारी की. वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है.
इसी परिपेक्ष्य में ठगों द्वारा आम जनता को फोन कर स्वयं को “बीमा एजेन्ट बताकर बीमा पोलिसी के प्रीमियम की किस्त जमा करने व उक्त प्रीमियम को शेयर मार्केट में लगाने का लालच देकर धोखाधडी की घटनाओं को कारित किये जाने और करने की काफी शिकायते मिल रही थी.
इसी क्रम में एक मामला साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया गया. जिसमें रायपुर जनपद देहरादून निवासी महिला के साथ इसी तरह की घटना घटित हुयी थी. जिसमें शिकायतकर्ता को अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन के माध्यम से सम्पर्क कर खुद को बीमा पाँलिसी एजेन्ट बताते हुये उनके भाई की बीमा पाँलिसी की प्रीमियम जमा न होने के कारण पालिसी समाप्त होने की बात कही और प्रीमियम जमा करने व उक्त पाँलिसी की धनराशि को शेयर मार्केट में लगाने की बात कहते हुये साल 2014 से साल 2021 तक शिकायतकर्ता के साथ बीमा पाँलिसी के नवीनीकरण व शेयर मार्केट में लगाकर लाभ कमाने का लालच देकर करीब 68 लाख रुपये की धोखाधडी से विभिन्न बैक खातो में प्राप्त करने सम्बन्धी शिकायत के गई.
जिसके आधार पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मु.अ.सं. 25/21 धारा 420, 120बी भादवि व 66(डी) आईटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया और विवेचना साइबर थाने के निरीक्षक विकास भारद्वाज के सुपूर्द कर विवेचक के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया.
इस मामले में देवेश नन्दी को जो शाहदरा दिल्ली का रहने वाला है उसको गिरफ्तार किया गया. जिसके पास से 6 मोबाइल फोन , दर्ज़नो सिम कार्ड्स व संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं.
इस पूरे मामले में प्रभारी एस.टी.एफ उत्तराखण्ड द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लक्की ड्रॉ, डिस्काउन्ट, लॉटरी, पॉलिसी में बोनस के प्रलोभन में न आयें. लॉटरी एवं ईनाम जीतने के लालच में आकर धनराशि देने और अपनी व्यक्तिगत जानकारी व महत्वपूर्ण डाटा शेयर करने से बचना चाहिये.