एक नए अध्ययन के अनुसार ऑस्टियोआर्थराइटिस से पीड़ित लोगों के घुटनों का दर्द पैदल चलने से कम हो सकता है। शोधकर्ताओं ने घुटने के ऑस्टियोआर्थराइटिस से प्रभावित 50 वर्ष या उससे अधिक आयु के एक हजार से अधिक लोगों का सर्वे किया था।
कुछ लोगों को शुरुआत में लगातार दर्द था जबकि अन्य लोगों को कभी-कभार दर्द होता था। चार साल बाद उन लोगों की स्थिति देखी गई उन्हें लगातार दर्द नहीं रहता था और जो पैदल चलने की एक्सरसाइज करते थे। इन लोगों को नियमित रूप से दर्द नहीं होता था। उनके घुटनों में नुकसान कम पाया गया। स्टडी का निष्कर्ष है कि चलने वाले लोगों को घुटनों के दर्द में फायदा है।
जो लोग नियमित नहीं चलते थे, उनका दर्द बढ़ गया। स्टडी की प्रमुख बेलोर मेडिसिन कॉलेज, ह्यूस्टन की डॉ. ग्रेस सियाओ वी लो कहती हैं, ऐसे दर्द में दवाइयों की ज्यादा डोज से किडनी में गड़बड़ी और अल्सर हो सकता है। लेकिन, ऑस्टियोआर्थराइटिस में एक्सरसाइज बेहतर है। रिसर्च बताती है कि हिप्स, हाथों और पैरों के जोड़ों की ऑस्टियोआर्थराइटिस को एक्सरसाइज से नियंत्रित कर सकते हैं।
बिल्ली से मनुष्य में कोरोना संक्रमण
एक नई स्टडी का निष्कर्ष है कि पिछले साल कोरोना वायरस से संक्रमित एक पालतू बिल्ली से थाईलैंड में एक पशु चिकित्सक के संक्रमित होने की आशंका है। यह बिल्ली से मनुष्य में कोरोना संक्रमण फैलने का पहला मामला है। हालांकि, विशेषज्ञ जोर देते हैं, कुल मिलाकर बिल्लियों से मानवों के संक्रमित होने का खतरा बहुत कम है। थाईलैंड की प्रिंसेस सोंग की यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों द्वारा लिखे पेपर के अनुसार बिल्ली के दोनों मालिकों ने बिल्ली में कोविड-19 का संक्रमण फैलाया होगा। इसके बाद बिल्ली ने पशु चिकित्सक के मुंह पर छींक दिया था।
जीनोम जांच से पुष्टि हुई कि बिल्ली और अन्य तीन लोगों में वायरस का एक जैसा वेरिएंट पाया गया। वैज्ञानिकों का कहना है, बिल्लियों के मनुष्य में संक्रमण फैलाने की बजाय मनुष्यों से स्वयं संक्रमित होने की संभावना अधिक है।