कर्मचारियों के आवास व बैरिक हेतु प्रस्ताव शीघ्र भेजने के दिये निर्देश।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्वेता चौबे ने कोतवाली पौड़ी का वार्षिक निरीक्षण किया । सर्वप्रथम पुलिस अधीक्षक द्वारा सलामी गार्द का अभिवादन स्वीकार कर सलामी गार्द का निरीक्षण किया गया। तत्पश्चात द्वारा थाना अभिलेखों से लेकर पूरे थाना परिसर का निरीक्षण कर निम्न दिशा-निर्देश दिए गये।
थाने पर मौजूद माल मुकदमाती वाहनों जिन पर चिटबन्दी नहीं की गयी थी, उसके सम्बन्ध में प्रभारी निरीक्षक को माल मुकदमाती वाहनों को तरतीबवार लगाकर उनका रखरखाव का विशेष ध्यान रखकर वाहनों पर चिटबन्दी करने की हिदायत दी गयी।
कोतवाली कार्यालय के निरीक्षण के दौरान सभी रजिस्टरों में अभिलेखीकरण हेतु निर्धारित मापदंडों के आधार पर डाटा अध्यावधिक कर संपत्ति रजिस्टर में सभी प्रविष्टियां स्पष्ट करने एमवी एक्ट, आबकारी अधिनियम व अन्य अधिनियमों में लंबित मालों के निस्तारण में तेजी से कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया।
CCTNS पोर्टल तथा ऑनलाइन जन सेवाओं में सभी ऑनलाइन प्रविष्ठियां का बारीकी से निरीक्षण करते हुए लम्बित शिकायती प्रार्थना पत्रों को निर्धारित समयावधि के भीतर निस्तारण करने हेतु प्रभारी निरीक्षक व कार्यालय कर्मियों निर्देशित किया गया।
लावारिस माल/वाहन व माल मुकदमाती जिनका न्यायालय में फैसला हो गया है उनका निस्तारण हेतु प्रभारी निरीक्षक को निर्देशित किया गया। समय-समय पर अपने थाना क्षेत्र के दूरस्थ गांवों में जाकर आमजनों को महिलाओं एवं बच्चों के प्रति होने वाले अपराधों, साइबर अपराधों आदि के सम्बन्ध में जागरूक करने हेतु निर्देशित किया गया।
थाना क्षेत्रान्तर्गत आने वाले बाहरी व्यक्तियों का नियमित रूप से शत प्रतिशत सत्यापन एवं थाना क्षेत्रों में बढ़ते हुए नशे के प्रचलन पर रोक लगाने हेतु समय-समय जागरूकता अभियान कराये जाने करने हेतु निर्देशित किया गया। कोतवाली में जिन भवनों को स्थिति खराब है, उनके नवीनीकरण हेतु प्रस्ताव बनाकर अग्रिम कार्यवाही हेतु प्रधान लिपिक शाखा को उपलब्ध करने हेतु प्रभारी निरीक्षक को निर्देशित किया गया।
पुलिस कार्मिकों को जनता के साथ अच्छा व्यवहार करने तथा बीट आरक्षी को बीट क्षेत्र की सम्पूर्ण जानकारी के साथ-साथ आमजन के साथ बेहतर समन्वय बनाये रखने हेतु निर्देशित किया। आगामी लोक सभा चुनावों के दृष्टिगत अधिक से अधिक निरोधात्मक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया।
निरीक्षण के पश्चात थाने में समस्त अधिकारी/कर्मचारियों का सम्मेलन लिया गया। सम्मेलन के दौरान कर्मचारियों की समस्याओं के बारे में पूछा गया तथा उनका निदान हेतु संबंधित को निर्देशित किया गया।