प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमृत वाटिका के लिए 101 गांवों की मिट्टी एकत्रित की जाएगी। जिसके लिए माया देवी एजुकेशनल फाउंडेशन और माया ग्रुप ऑफ कॉलेजेस की प्रबंध निदेशक डॉ. तृप्ति जुयाल सेमवाल ने अमृत कलश यात्रा के तहत इसकी पहल की है।
डॉ तृप्ति ने बताया कि 101 गांवों की मिट्टी से अमृत कलश यात्रा निकलने का लिया संकल्प लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “मेरी माटी मेरा देश” अभियान के तहत उत्तराखंड के 101 गांवों की मिट्टी एकत्र करने का अभियान शुरू किया गया। जो 2 अक्टूबर से शुरू होकर 25 अक्तूबर को संपन्न होगा। 24 दिन चलने वाली यात्रा का शुभारंभ महासू मंदिर, हनोल से पुरोला, बड़कोट, विकासनगर, चंबा, टिहरी, श्रीनगर, पौडी, कोटद्वार, हरिद्वार, ऋषिकेश होते हुए टपकेश्वर मंदिर, देहरादून में समाप्त होगी। यह हमारे भारत देश को एक सूत्र में पिरोने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और हजारों गांवों की मिट्टी जब दिल्ली में अमृत वाटिका में समर्पित की जायेगी तब यह वास्तव में देश की अखंडता का सच्चा उदाहरण होगा।
डॉ तृप्ति ने बताया कि मैं भारत देश के नागरिक होने का कर्तव्य निभते हुए उत्तराखंड राज्य के 101 गांवों से मिट्टी लाकर प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा बनाया जा रही अमृत वाटिका में प्रदान करूंगी। शहीदों और शिल्पकारों के घरों से मिट्टी करेंगे एकत्रित डॉ. तृप्ति ने बताया कि मिट्टी विद्यालयों, मंदिरों, शिल्पकारो, वीर शहीदों के घरों से एकत्र की जाएगी। प्रथम चरण में महासू देवता मंदिर, हनोल वन्दे मातरम फाउंडेशन, कंडियारी गांव पुरोता, अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज, गुडियत गांव पुरोता, राजकीय इंटर कॉलेज, पुरोला, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, पुरोला, एसडीएम निवास, पुरोला लाखा मंडल सरस्वती विद्या मंदिर, मुंगेरा, नौगांव, ग्राम पंचायत विनागडेरा मल्ला, पुरोला, ग्राम पंचायत सोंदनी, पुरोला से मिट्टी लाई जा चुकी है। बृहस्पतिवार को विकासनगर सहसपुर के 10 गाँव से मिट्टी एकत्रित करेंगे। उन्होंने बताया 25 अक्टूबर को देहरादून में एक एक भव्य समारोह किया जाएगा। 28 अक्टूबर को दिल्ली में होने वाले कार्यक्रम में हम यह मिट्टी प्रधानमंत्री मोदी जी को प्रदान करेंगे।