पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पुलिस के सुपर हीरो रहे डॉ राम सुरेश यादव बन गए आईपीएस

आम जनता के बीच किसी फिल्मी हीरो से कम नहीं है इनकी लोकप्रियता

लॉ एंड ऑर्डर को मुस्कराते हुए संभालने की कला में माहिर है

मेरठ,मुरादाबाद,गाजियाबाद,आगरा,कानपुर और पीलीभीत जैसे चुनौतीपूर्ण जिलों में कप्तान तो नही रहे मगर किसी भी कप्तान से कम नहीं रहा इनका रुतबा और लोकप्रियता

मो.सलीम सैफी
न्यूज वायरस नेटवर्क

उत्तर प्रदेश पुलिस की प्रांतीय सेवा के तेजतर्रार और लोकप्रिय पुलिस अधिकारी डॉ.राम सुरेश यादव आईपीएस बन गए है, 30 सालो की लंबी सेवा के बाद डॉ.यादव को प्रांतीय सेवा से आईपीएस में प्रोन्नति देकर आखिरकार सरकार उनको वो सम्मान दे ही दिया है जिसके वो लंबे समय से हकदार थे ।

गौंडा ज़िले के मूल निवासी डॉ.यादव 1993 में प्रांतीय पुलिस सेवा के अधिकारी बने और इलाहबाद विश्विद्यालय के गरिमामय इतिहास का गौरव बढ़ाया ,दर्शन शास्त्र से पीएचडी करने वाले डॉ यादव उत्कृष्ट सेवा देने के लिए पुलिस महानिदेशक द्वारा स्वर्ण और रजत पदक हासिल कर चुके है। फिलहाल सीतापुर में पीएसी की 27वी बटालियन के उप सेना नायक के पद पर तैनात है।

                 डॉ.राम सुरेश यादव, आईपीएस

डॉ.राम सुरेश यादव उत्तर प्रदेश में किसी भी दल की सरकार के दौरान अपने कर्तव्य,निष्ठा और कुशल पुलिसिंग के लिए जाने जाते है,अपराधियों के लिए प्रहार और जनता के लिए उपहार इनका स्वभाव है,पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नियुक्ति के दौरान डॉ.यादव ने बहुत बड़े बड़े और ब्लाइंड केसो का पर्दाफाश किया है जबकि किसी भी सांप्रदायिक दंगो को चुनौतियों को भी आगरा,मेरठ,गाजियाबाद ,पीलीभीत और मुरादाबाद जैसे जिलों में काफ़ी कुशलता से संभाला है।जनता के बीच ये अपने जिले में कप्तानों से ज्यादा चर्चित और लोकप्रिय रहे है।

डॉ.यादव का मानवीय चेहरा भी है जो अक्सर छुपा रहता है, जहां जहा डॉ यादव की नियुक्ति रहती है वहा वहा ये साधारण व्यक्ति के तौर गरीब और जरूरतमंद परिवारों/बच्चों का पता लगाते है और कैमरों की पहुंच से दूर उनकी मदद करते है,वो चाहे शिक्षा से जुड़ी सहायता हो,या चिकित्सा या फिर किसी को रोज़गार मुहैया करवाना हो, हर जरूरतमंद के लिए किसी अवतार से कम नहीं,ये सब डॉ यादव अपने वेतन से प्राप्त धन से करते है।

आखिर अब उत्तर प्रदेश सरकार इस दयावान पुलिस अफसर पर मेहरबान हुई है, 30 सालों की लंबी सेवा के बाद इन्हें आईपीएस तो मिल गया है लेकिन कप्तानी पर अभी संशय है क्योंकि डॉ यादव किसी भी नेता की परिक्रमा से दूर रहते है मगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कुशल कार्यशैली के बड़े प्रशंसक है क्योंकि मुख्यमंत्री योगी ने जिस तरह प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर को पटरी पर लाने का काम किया है वो कोई देवीय शक्ति ही कर सकती है।

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