उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद के नए अध्यक्ष ने संभाला कार्यभार,कहा राष्ट्रवाद सर्वोपरि
उत्तराखंड के मदरसों में होगा वेदपाठ और योगा – नए अध्यक्ष का संकल्प
गंगा , गाय और देवभूमि की संस्कृति भी पढ़ेंगे मदरसा स्टूडेंट – मुफ्ती शमून
मो.सलीम सैफी
न्यूज वायरस नेटवर्क
पहले मदरसों में जांच , फिर संस्कृत पढ़ाने का संकल्प और अब कुर्सी पर बैठते ही उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद के नए चेयरमैन मुफ़्ती शमून क़ासमी का बड़ा बयान । इस बयान के बाद उत्तराखंड ही नहीं देश भर के मदरसों को लेकर एक नयी बहस जन्म ले सकती है। दरअसल देहरादून में धामी सरकार ने टीम अन्ना के संस्थापक सदस्य रहे मुफ़्ती शमून क़ासमी को उनके अनुभव, काबिलियत और उनकी राष्ट्रवादी सोच का इनाम देते हुये मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद का चेयरमैन बनाया है। देहरादून में चार्ज लेते ही फुल चार्जिंग में नज़र आ रहे मुफ़्ती शमून ने पहले दिन ही बड़ा बयान देकर अपने इरादे बता दिए हैं।
उन्होंने कहा है कि कुरआन के साथ साथ मदरसों में वेद पाठ और योग शिक्षा का उनका संकल्प है । चार धाम की संस्कृति , गाय माता और पवित्र गंगा की अहमियत मदरसों में तालीम हासिल कर रहे तलबा को समझाई जाएगी जिससे बच्चों मे दोनों धर्मों और राष्ट्रवाद का एक समान ज्ञान हो सके। अब ये बात अलग है कि भले ही मदरसे में ड्राप आउट बढ़ रहा हो …. भले ही मदरसों में आधुनिक शिक्षा के नाम पर बजट का बंदरबाट हो रहा हो, …भले ही मदरसा संचालक योजनाओं का पैसा डकार रहा हो, भले ही वजीफा ऑनलाइन होने के बाद भी खेल हो रहा हो,अब कोई भ्रष्टाचार नहीं,राष्ट्रवाद से कोई समझौता नहीं क्योंकि धामी सरकार प्रधानमंत्री जी के विज़न के अनुरूप ही काम कर रही है …अब नए अध्यक्ष का ये बयान मदरसा शिक्षा में राष्ट्रवाद और योग शिक्षा की उम्मीद ज़रूर जगा रहा है।
उम्मीद की जानी चाहिए कि मुफ़्ती शमून कासमी पहले के अध्यक्षों जैसा कार्यकाल न गुज़ार कर कुछ ठोस मिसाल कायम करेंगे क्योंकि धामी सरकार का विजन है कि आप बयान बहादुर नहीं ग्राउंड पर नतीजे देने वाले और ज़िम्मेदारी पर जवाबदेह बने। ऐसे में मज़हब , सियासत और पसमांदा मुस्लिम समाज में गहरी पैठ रखने वाले मुफ़्ती शमून क़ासमी मुख्यमंत्री धामी के सामने अपनी उपयोगिता साबित करेंगे और इस फ़र्ज़ से न्याय कर मदरसों की सूरत संवारने में मिसाल कायम करेंगे।
मुफ्ती शमून क़ासमी ने प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बताया तो मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उन्हें युवा भारत का भरोसा बताया,मुफ्ती शमून क़ासमी ने मुख्यमंत्री धामी को मोदी विज़न को धरातल पर उतारने वाला एकमात्र ऊर्जावान मुख्यमंत्री बताया जो न केवल हर मोर्चे पर कामयाब है बल्कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से प्रदेश में प्रगति का इतिहास भी रच रहे है।
मुफ्ती शमून क़ासमी को उनके नए दायित्व पर बधाई देने वालो में महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ,योग गुरु स्वामी रामदेव,पतंजलि योगपीठ के अध्यक्ष आचार्य बालकृष्ण,न्यूज वायरस के संपादक सलीम सैफी सहित साधु संतो और उलेमा समाज के वरिष्ठ लोग अहम है, मुफ्ती शमून ने मुख्यमंत्री धामी सहित भाजपा शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त किया है जिन्होंने उन्हें इस दायित्व के लायक समझा,मुफ्ती शमून ने अपने राजनीतिक गुरु भगत सिंह कोश्यारी का विशेष आभार व्यक्त किया है जिन्होंने उन्हें राष्ट्रवाद की बारीकियां सिखाई और देश सेवा के लिए प्रेरित किया।
मुफ्ती शमून कासमी वर्ष 2014 में भाजपा से जुड़े है और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय शिक्षा बोर्ड के सदस्य, भारतीय शिक्षा बोर्ड पतंजलि के सदस्य और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सामुदायिक सलाहकार के रूप में मुख्य समाज को अपना योगदान दे रहा है। वह परियोजना अनुमोदन बोर्ड, एसपीईएमएम योजना, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के सदस्य भी रहे हैं।