- न्यूज़ वायरस के लिए महविश की रिपोर्ट —
रिजर्व बैंक ने आज रेपो दरों में आधा प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी है। इन दरों में बढ़ोतरी तुरंत प्रभाव से लागू हो गई है. रेपो दर वो दर होती है जिस पर रिजर्व बैंक अन्य बैंकों को छोटी अवधि का कर्ज देता है. रेपो दरें बढ़ने से साफ है कि बैकों के द्वारा पैसे उठाने की लागत भी बढ़ जाएगी और वो इसे आगे अपने ग्राहकों को पास कर देंगे. यानि जल्द ही आपके लोन की ईएमआई बढ़ने वाली है. आप तौर पर बैंक ये खुद फैसला लेते हैं कि वो इस बढ़ोतरी को कैसे आगे बढ़ाएंगे लेकिन संभावना है कि एक से ज्यादा बढ़ोतरी के साथ कुछ समय में रेपो दरों में इस बढ़ोतरी का असर ग्राहकों तक पहुंच जाएगा. चलिए हम आपको बताते हैं कि अगर आपकी कर्ज दरें आधा प्रतिशत बढ़ती हैं तो आपकी ईएमआई कितनी बढ़ जाएगी.
आधा प्रतिशत बढ़ने का क्या होगा असर
20 साल के लिए 30 लाख रुपये के होम लोन पर ग्राहकों की EMI 1680 रुपये बढ़ जाएगी. एचडीएफसी के द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार इस लोन पर 7.55 प्रतिशत की दर पर ईएमआई 24260 रुपये होगी जिसमें 28 लाख रुपये का ब्याज है. अगर कोई शख्स दरों में आधा प्रतिशत की बढ़त के बाद लोन उठाता है तो उसे इसी लोन पर उसे 25940 की ईएमआई देनी होगी और उसका लोन का हिस्सा बढ़कर 32 लाख पर पहुंच जाएगा. यानि नई दरों पर ईएमआई 1680 रुपये प्रति माह बढ़ेगा और 20 साल में नई ग्राहक को 4 लाख रुपये का अतिरिक्त ब्याज देना होगा.
जानिए RBI गवर्नर ने क्या कहा ?
रेपो रेट में 0.50% बढ़ाने का फैसला
FY23 रियल GDP ग्रोथ अनुमान 7.2% पर बरकरार
सप्लाई बढ़ने से खाने के तेल की कीमतों में कमी
FY23 में महंगाई दर 6.7% संभव
करेंट अकाउंट डेफिसिट चिंता की बात नहीं
भारतीय अर्थव्यवस्था पर महंगाई का असर
ग्लोबल स्तर पर महंगाई चिंता का विषय
MSF 5.15% से बढ़ाकर 5.65% की
MPC बैठक में अकोमोडेटिव रुख वापस लेने पर फोकस
अप्रैल के मुकाबले महंगाई में कमी आई
शहरी मांग में सुधार देखने को मिल रहा है
बैंकों की क्रेडिट ग्रोथ में सालाना 14% की बढ़ोतरी
बेहतर मानसून से ग्रामीण मांग में बढ़ोतरी संभव.