बेटियों को सशक्त बना रही IPS श्वेता चौबे   – “एक साझू प्रयास, पुलिस वाला गुरजी का साथ ” का दिखा असर 

विशेष रिपोर्ट – आशीष तिवारी

उत्तराखंड में पहाड़ की बेटियां किसी भी क्षेत्र में किसी से कम नहीं हैं। शिक्षा , हुनर और आत्मबल की शक्ति से दुर्गम और चुनौतियों से भरे पहाड़ में भी लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। कुछ इसी उद्देश्य को लेकर चमोली में उत्तराखंड मित्र पुलिस का मानवीय संवेदनाओ से भरा प्रयास सामने आया है।

प्रदेश की पुलिस में ख़ास पहचान रखने वाली पुलिस अधीक्षक चमोली श्रीमती श्वेता चौबे महोदया ने एक बार फिर पुलिस और जनता के बीच शानदार कड़ी की भूमिका निभाते हुए  “एक साझू प्रयास, पुलिस वाला गुरजी का साथ ” यानी “आपका औऱ पुलिस का सामूहिक प्रयास” की थीम एक प्रभावशाली पहल की है।

महिला हेल्पलाइन के सहयोग से चमोली में जूनियर हाईस्कूल नैग्वाड़ की छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया गया , जिसका मकसद है की नारी शक्ति को मजबूत किया जा सके।

प्रशिक्षित महिला पुलिस कर्मियों के द्वारा छात्राओं को पंच बांधना, शरीर की कमजोर कड़ी पर वार करना, किसी की पकड़ से खुद को छुडाने के साथ पैरों से वार करने आदि तकनीकी का प्रशिक्षण दिया गया और स्कूली छात्राओं को योगा करने, पौष्टिक आहार लेने हेतु बताया गया।

इस  जागरुकता कार्यक्रम के दौरान स्कूली छात्राओं को महिला हेल्पलाइन, गौरा शक्ति एप, महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों, गुड टच बेड टच, मानव तस्करी व आपातकालीन नंबर डायल-112 बारे में जानकारी दी गयी एवं अपने साथ होने वाले किसी भी प्रकार के अपराध की सूचना तत्काल  अपने परिजनों और पुलिस को देने हेतु प्रेरित किया गया। 

स्कूली छात्राओं को महिला सम्बन्धी होने वाले साइबर अपराध एवं उनसे बचाव के तरीके, सोशल मीडिया के दुष्प्रभावों, नशे की बढ़ती प्रवृत्ति एवं दुष्प्रभाव, सोशल साइट की जानकारी एवं सोशल मीडिया पर बरती जाने वाली सावधानियों, एटीएम/ बैंक फ्रॉड, साइबर क्राइम आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी। कोविड के इस मुश्किल समय में सभी छात्राओं को नियमित रूप से  मास्क लगाने, सेनेटाइजर का प्रयोग करने, सामाजिक दूरी का पालन करने एवं साफ-सफाई रखने हेतु जागरुक करते हुए मास्क भी वितरित किये गये। आपदा और मौसम की चुनौतियों से अक्सर समस्याओं से दो चार होने वाले चमोली जिले में पुलिस के स्तर से इस प्रकार के महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रमसे न सिर्फ ग्रामीण अंचल की लड़कियां न सिर्फ स्वयं की सुरक्षा का हुनर सीख रही हैं बल्कि एक तरह से मित्र पुलिस के लिए आपदा में बेहद अहम भूमिका निभाने की तैयारी भी कर रही हैं। एसपी श्वेता चौबे की इस दूरदर्शी पहल में इलाके की लड़कियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और इस प्रयास को भविष्य के लिए बेहद ज़रूरी बताया है।

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