हिंदुस्तान में इन दिनों एक नाम खूब सुर्खियां बटोर रहा है यह नाम किसी शख्स या किसी बड़े शख्सियत का नहीं है। यह नाम न तो किसी पार्टी नेता का है ना किसी अजूबा इमारत का है। ये नाम न किसी टेस्टी रेसिपी का है और ना ही किसी बोल्ड अभिनेत्री का है। लेकिन यह नाम देश की सियासत में आज सबसे ऊंचा मुकाम हासिल कर चुका है।
बुलडोजर, जी हां बुलडोजर बीते कुछ महीनों में ही देश की राजनीति और नेताओं का भाग्य विधाता बन गया है। भला कौन भूल सकता है उत्तर प्रदेश में 2022 के चुनावी नतीजे और योगी आदित्यनाथ की सत्ता में वापसी की कहानी ?
सियासत के जानकार दावा करते हैं कि जिस तरह से सोशल मीडिया में योगी बाबा के बुलडोजर की धूम मतदाताओं के दिमाग पर गूंजती रही वही वजह बनी देशभर में भाजपा के बढ़ते जनाधार का. उत्तर प्रदेश में बुलडोजर चला , अपराधी ध्वस्त हुए और बाबा की सत्ता में वापसी हुई।
मध्यप्रदेश में शिवराज मामा की चर्चित सरकार में भी अब बुलडोजर काफी तेजी से सुर्खियां बटोर रहा है। तो भला ऐसे में उत्तर प्रदेश से अलग होकर बनने वाले छोटे भाई उत्तराखंड को यह बुलडोजर क्यों न भाता ?
लिहाजा अब देवभूमि में भी धाकड़ धामी का बुलडोजर गरजने को तैयार है। इस खबर की सुगबुगाहट से नींद उड़ गई है उन भू माफियाओं और अवैध जमीन पर कब्जा कर इमारत खड़ी करने वाले गैरकानूनी लोगों की , जिनके ख्वाबों की इमारत पर अब पुष्कर सिंह धामी सरकार का बुलडोजर उन्हें जोर का झटका देने को स्टार्ट हो गया है।
नए कलेवर और धाकड़ तेवर में उत्तराखंड की युवा धामी सरकार में बुलडोज़र सुर्ख़ियों में आने वाला है। क्योंकि इसका आगाज हुआ है उत्तराखंड की धार्मिक राजधानी हरिद्वार से , जहां जिला प्रशासन ने कमर कस ली है बुलडोज़र को स्टार्ट करने की। आपको बता दें कि उत्तराखंड में लम्बे समय से अवैध कब्जों पर तमाम सरकारों की कोशिशें जारी थी लेकिन कामयाबी नहीं मिली थी।
लेकिन अब प्रचंड बहुमत से सत्ता में चमत्कारिक वापसी करने वाले पुष्कर सिंह धामी सरकार का डंडा और बुलडोजर का चक्का तेजी से चलने जा रहा है. उत्तराखंड में भूमाफिया कब्जा कर अवैध निर्माण करते थे , जिससे बेशकीमती जमीनों से रातों-रात करोड़ों का मुनाफा कमा कर लोगों को धोखा दे रहे थे। अवैध कब्जाधारी सरकारी जमीन हो या फिर किसी मज़लूम की विवादित जमीन हो , भू माफिया उन पर नजर टेढ़ी करते और कब्जा कर शॉर्टकट में खूब चांदी काट रहे थे।
लेकिन यूपी का बुलडोजर अब उत्तराखंड में भी गरजने को तैयार है , क्योंकि धामी सरकार ने कब्जा धारियों के खिलाफ एक्शन लेने का मूड बना लिया है.धामी सरकार केइस तेवर से अवैध कब्ज़ा कर माल काटने वालों की नींद उड़ा दी है। वही युवा सीएम धामी को अपनी धमक दिखाने का मौका भी दे दिया है , यानी यूपी में बाबा का बुलडोजर एमपी में मामा का बुलडोजर के बाद यूके धामी का बुलडोजर भी देश में सुर्खियां बटोरने को तैयार है।
जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडे ने इस संबंध में बैठक की और कहा कि सभी विभाग जल्द से जल्द इस मामले में रिपोर्ट दें। डीएम हरिद्वार शंकर पांडे ने कहा कि अवैध कब्जों को मुक्त करना मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। सरकारी विभागों की भूमि पर लंबे समय से अवैध कब्जे की खबर शासन और प्रशासन को मिलती रही है। लेकिन कुछ अंदर की मिलीभगत और कुछ सरकार में बैठे खास लोगों की कृपा से अवैध कब्जों पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही थी।
लेकिन अब सुपरहिट बुलडोजर यूपी से मध्य प्रदेश होते हुए उत्तराखंड में भी हमला करने को तैयार है। इस दिशा में शासकीय संपत्तियों से अवैध कब्जे हटाने के लिए जिला प्रशासन की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है। एसएसपी हरिद्वार द्वारा नामित अधिकारी , संबंधित क्षेत्र के उप जिला मजिस्ट्रेट और कुछ को सदस्य नामित किया गया है। जिलाधिकारी ने सभी विभागों को निर्देश दिया है कि वह अपने कार्यालय में रखे संपत्ति रजिस्टर के अनुसार शासकीय भूमि का मिलान करें और देखें कि उनकी विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा तो नहीं है ? और अगर है तो उस पर बुलडोज़र चलाया जाए।
उत्तर प्रदेश के बाद उत्तराखंड में अवैध कब्जों को खाली कराने में बुलडोज़र अब बड़ी भूमिका निभाने जा रहा है। लेकिन कुछ राजनैतिक पंडित कहते हैं कि अवैध जमीनों के मालिक सफेदपोश और हाई प्रोफाइल वो लोग हैं जिनकी पहुँच सरकार , स्थानीय विधायक और प्रशासन में गहरी है। ऐसे में युवा धामी सरकार के लिए अवैध कब्जों से जमीन को खाली कराना तब तक मुश्किल है जब तक सरकार की मजबूत इच्छाशक्ति , अधिकारियों की इमानदारी और बुलडोजर की गरज के बीच कोई सेटिंग गेटिंग का खेल ना हो जाए। अब देखना यह होगा कि धाकड़ धानी का बुलडोजर किस दिशा में उड़ेगा , किस-किस का महल गिरेगा ?