उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चंपावत सीट से उपचुनाव लड़ने के लिए पार्टी ने तैयारियां शुरू कर दी है। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष, उत्तराखंड मामलों के प्रभारी दुष्यंत गौतम, प्रदेश सहप्रभारी रेखा वर्मा और मुख्यमंत्री समेत अन्य प्रमुख नेताओं के साथ प्रदेश पार्टी अध्यक्ष मदन कौशिक ने रणनीति बना ली है। भाजपा खटीमा का बदला बड़ी जीत के साथ चम्पावत से लेन का प्लान तैयार कर चुकी है। दावा किया जा रहा है कि सीएम धामी को चंपावत से बड़े अंतर से जिताने के लिए गुप्त रूपरेखा तैयार कर ली गयी है.पार्ट से जुड़े नेता बताते हैं कि चंपावत उपचुनाव के लिए पार्टी ने प्रदेश सहप्रभारी रेखा वर्मा की अध्यक्षता में एक टीम गठित की है,जिसकी कमान धामी के लिए सीट छोड़ने वाले पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी होंगे. कौशिक ने कहा कि इसके अलावा, प्रदेश महामंत्री (संगठन) अजेय, कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास, वरिष्ठ नेता कैलाश शर्मा और पार्टी के महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीप्ति रावत भी टीम का हिस्सा होंगी.हैरान कर देने वाली खटीमा से मिली थी हार
हाल में विधानसभा चुनाव में खटीमा में मिली पराजय के बाद धामी को मुख्यमंत्री बने रहने के लिए शपथ ग्रहण करने के छह माह के भीतर उपचुनाव लड़कर विधानसभा का सदस्य बनना होगा. जबकि गहतोड़ी के चंपावत सीट से त्यागपत्र देने के बाद मुख्यमंत्री का वहां से उपचुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया. हालांकि अभी उपचुनाव की घोषणा नहीं हुई है. कौशिक ने बताया कि शनिवार से शुरू बीएल संतोष के दो दिवसीय दौरे के दौरान प्रदेश पार्टी संगठन की विभिन्न प्रकार की बैठकें हुईं, जिनमें प्रमुख रूप से मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों के साथ चुनाव घोषणापत्र पर काम शुरू करने पर चर्चा शामिल है.इसके अलावा उन्होंने बताया कि प्रदेश की उन 23 सीट की भी समीक्षा की गयी जिन पर भाजपा को फरवरी में विधानसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था.भाजपा को प्रदेश की 70 में से 47 सीट पर जीत हासिल हुई थी.कौशिक ने कहा कि इन 23 विधानसभा क्षेत्रों की अलग से समीक्षा की गयी, जो कई घंटे चली. भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पिछले एक माह में सरकार द्वारा किए गए अच्छे कामों के बारे में लोगों को बतााने के लिए मई में 15 दिनों का जनसंपर्क अभियान शुरू करने का निर्णय लिया गया है.माना जा रहा है कि उपचुनाव का पूरा मास्टर प्लान तैयार है और उसको जीत की शक्ल देने के लिए कैलाश गहतोड़ी को पूरी कमान दी गयी है जिनके साथ कुछ ख़ास लोगों की टीम ने काम भी शुरू कर दिया है।