विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ ने जहाँ राज्य सरकार के खजाने पर बारिश की है वहीँ पर्यटन व्यवसाय से जुड़े हज़ारों लोगों को मुनाफ़ा दे रही है। जैसा कि पहले ही सरकार ने उम्मीद जताई थी इस बार तीर्थाटन करने आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या नया रिकार्ड बना सकती है। पिछले साल की यात्रा में 46 लाख यात्रियों ने दर्शन किए लेकिन इस बार महज दो महीने में दर्शन करने वाली यात्रियों की संख्या 30 लाख पार पहुंच गई है। अभी यात्रा चार महीने और चलेगी।
आपको यहाँ बता दें कि 22 अप्रैल को गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट खुलने से चारधाम यात्रा का आगाज हुआ था। 25 अप्रैल को केदारनाथ और 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद पूर्ण रूप से चारधाम यात्रा शुरू हुई। जबकि 20 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुले।जिसके बाद से छुटपुट समस्याओं को छोड़ दें तो निर्बाध और बेहतर इन्तेजामों के बीच ये यात्रा जारी है।
ये एक बेहतरीन आंकड़े है जो बताते हैं कि दो माह के यात्रा काल में ही चारधामों में दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों का आंकड़ा 30 लाख पार हो गया है। इसमें सबसे अधिक 10.20 लाख यात्री केदारनाथ धाम में दर्शन कर चुके हैं। सरकार को इस बार यात्रा में 50 लाख से अधिक यात्रियों के आने की उम्मीद है। यात्रा के लिए पंजीकरण की संख्या भी 48 लाख से अधिक हो गई है. यही रफ़्तार रही तो प्रदेश में चार धाम यात्रिओं की आमद का नया रिकॉर्ड भी बन जायेगा।