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मुख्यमंत्री के निर्देश थे कि राज्य में निकट भविष्य में चार धाम यात्रा के प्रारंभ होने पर चार धाम यात्रा से सम्बन्धित समस्त पुजारी,दुकानदार,ढाबा संचालक स्थानिय निवासी, खच्चर-कंडी संचालक,कैब ड्राइवर और अन्य जो चार धाम में आने वाले यात्रियों के सीधे संपर्क में आ सकते है. उनका कोविड-19 वैक्सीनेशन प्राथमिकता के आधार पर जल्द से जल्द किया जाए, जिससे यात्रा में आने वाले यात्रियों के साथ-साथ इन सबकी सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सके.
इन जिलो को भेजी गई कोरोना वैक्सीन
इसके तहत बद्रीनाथ धाम वाले चमोली जिले को 5000, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम वाले उत्तरकाशी जिले को 10000, केदारनाथ धाम वाले रुद्रप्रयाग जिले को 5000 और यात्रा रूट में पड़ने वाले टिहरी और पौड़ी जिले को 5000- 5000 अतिरिक्त डोज चार धाम से संबंधित व्यक्तियों के वैक्सीनैशन के लिए उपलब्ध कराई गई है.
गौरतलब है कि नैनीताल हाइकोर्ट में भी चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर सुनवाई चल रही है. कोर्ट पहले ही राज्य सरकार को पुख्ता व्यवस्था करने के निर्देश देने के साथ ही 28 जून को पूरा रोड मैप पेश करने को कह चुका है. इसी के मद्देनजर राज्य सरकार अब तैयारियों में जुटी हुई है.
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जल्द गाइडलाइंस जारी करेगी सरकार
1 जुलाई से चारधाम यात्रा को स्थानीय लोगों के लिए आंशिक रूप से शुरू करने का फैसला उत्तराखंड सरकार ने लिया है. उत्तराखंड हाईकोर्ट ने कोविड 19 महामारी को देखते हुए कहा था कि जम्मू- कश्मीर में अमरनाथ यात्रा को भी रद्द किया गया है, इसलिए राज्य की तीरथ सिंह रावत सरकार को भी या तो चारधाम यात्रा को रद्द करना चाहिए या स्थगित. दूसरी तरफ उत्तराखंड सरकार के प्रवक्ता ने शर्तों और गाइडलाइनों के साथ चारधाम यात्रा को शुरू करने के फैसले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सिर्फ तीन ज़िलों के लोगों के लिए ही यात्रा शुरू की जा रही है और गाइडलाइन्स तय की जा रही हैं.
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