Flash Story
DBS:फेस्ट में दून कालेजों के छात्रों का संगम,समापन सत्र में पहुंचे मंत्री सुबोध उनियाल
देहरादून :  मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल लिवर रोगों  को दूर करने में सबसे आगे 
जेल में बंद कैदियों से मिलने के लिए क्या हैं नियम
क्या आप जानते हैं किसने की थी अमरनाथ गुफा की खोज ?
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भारतीय वन सेवा के 2022 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों को दी बधाई
आग में फंसे लोगों के लिये देवदूत बनी दून पुलिस
आगर आपको चाहिए बाइक और स्कूटर पर AC जैसी हवा तो पड़ ले यह खबर
रुद्रपुर : पार्ट टाइम जॉब के नाम पर युवती से एक लाख से ज्यादा की ठगी
देहरादून : दिपेश सिंह कैड़ा ने UPSC के लिए छोड़ दी थी नौकरी, तीसरे प्रयास में पूरा हुआ सपना

शपथ के बाद उप चुनाव पर धामी की नजर, कांग्रेस में सेंध की तैयारी

भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के नाम पर धामी की मुहर लगायी तो अब सीएम धामी भी रिटर्न गिफ्ट देकर पार्टी आलाक़मान को खुश कर सकते हैं। क्योंकि राज्य में हुए चुनाव में धामी अपनी खटीमा सीट से चुनाव हार गए हैं.. अब अंदरूनी सूत्र बता रहे हैं कि धामी की नज़र पिथौरागढ़ जिले की डीडीहाट या चम्पावत सीट से उपचुनाव लड़ने पर टिक सकती है।  ये भी कहा जा रहा है कि कपकोट और लालकुआं सीटों से भी धामी चुनावी दांव खेल सकते हैं।
इन सबसे अलग ख़ास बात ये भी है कि धाकड़ सियासी बल्लेबाज बन चुके धामी की नजर कांग्रेस पर भी है,
क्योंकि इसके जरिए वह अपने को और ज्यादा मजबूत कर सकते हैं.लिहाजा कांग्रेस में भी सेंधमारी का प्लान तैयार किया जा रहा है.
मतलब ये है कि नए नए कांग्रेस विधायक बने कुछ माननीय बीजेपी के संपर्क में बताए जा रहे हैं.

फिलहाल चुनाव हारने और सीएम के पद प्रमुख दावेदार माने जा रहे धामी के लिए चुनाव परिणाम के बाद बीजेपी के पांच नवनिर्वाचित विधायकों ने सीट छोड़ने का ऐलान किया था.

लिहाजा माना जा रहा है कि धामी के लिए आसानी से सीट खाली हो जाएगी..जानकारी के मुताबिक चम्पावत विधायक कैलाश गहटोडी, लालकुआं विधायक डॉ. मोहन सिंह बिष्ट, जागेश्वर विधायक मोहन सिंह मेहरा, रुड़की के विधायक प्रदीप बत्रा और कपकोट सुरेश गाडिया पहले ही सीट छोड़ने की पेशकश कर चुके हैं.

इसके साथ ही खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने भी अपनी सीट सशर्त छोड़ने की घोषणा की थी.जानकारी के मुताबिक डीडीहाट धामी के लिए सबसे उपयुक्त सीट मानी जा रही है और यहां उनका पैतृक गांव भी है.. लेकिन अगर खेल करना आसान हुआ तो कांग्रेस के विधायकों पर धामी बड़ा खेला कर सकते हैं। लिहाज़ा इकलौता उप चनाव भी कम रोचक नहीं होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top