गर्मी आ गई है, इस मौसम की 5 बीमारियां कर सकती हैं आपको परेशान – हो जाएं अलर्ट

यूपी , दिल्ली और उत्तराखंड में बदलते मौसम का असर लोगों के ऊपर दिखने लगा है। होली के खत्म होते होते के मार्च के अंतिम सप्ताह में तीखी धूप से पसीना लोगों को अभी से पानी पानी करने लगा है। इस बीच चिकित्सक बताते हैं कि गर्मी और धूप से दिल के मरीजों की परेशानी बढ़ सकती है। इसलिए उन्हें कड़ी धूप से बचने की कोशिश करनी चाहिए।

हम आपके लिए इस बदलते मौसम में सेहत को सुरक्षित बनाये रखने के लिए जानकारी लेकर आये हैं जिसको आप हरगिज़ नजरअंदाज मत करियेगा नहीं करना चाहिए।

थकान बदलते मौसम में अक्सर लोग जल्दी थक जाते हैं। अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो सावधान हो जाएं। इससे आप के हार्ट पर असर पड़ सकता है। असल में कार्डियक अरेस्ट होने पर किसी व्यक्ति के शरीर में खून की मात्रा कम हो जाती है, लेकिन लोग गर्मी की थकान समझकर उसे नजरअंदाज करते हैं। ऐसी गलती आप न करें तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

बेहोशी गर्मी के मौसम में अक्सर लोग बेहोश होते हैं, तो समझते हैं कि पानी की कमी या तेज धूप से हुआ होगा। आपको बता दें जब एक नॉर्मल फ्लो में हमारा दिल खून का संचार नहीं कर पाता है तो इस स्थिति में बेहोशी की नौबत आ जाती है। ध्यान देने वाली बात तो ये है कि अगर आपने समय रहते इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया तो हार्ट अटैक का भी खतरा रहता है।

माइग्रेन एक्सपर्ट बताते हैं कि बढ़ती गर्मी में माइग्रेन की समस्या बढ़ जाती है। इसकी मुख्य वजह गर्मी नहीं होती। दरअसल इस मौसम में माइग्रेन के मरीजों के दिल पर बहुत अधिक दबाव पड़ता है और गर्मी के संपर्क में आने से हार्ट को पूरा करने वाली खून की नसों के अंदर थक्के बनने का खतरा बढ़ जाता है। इससे हार्ट अटैक हो सकता है।

बढ़ता मोटापा लोग गर्मी के मौसम के टहलते वक्त जल्दी थक जाते हैं। जल्दी धूप निकलने की वजह से मॉर्निंग वॉक का समय कम कर देते हैं। ऐसे में शरीर में फैट बढ़ने लगता है जो सीधा हार्ट पर असर डालता है। वजन बढ़ने के साथ ही हमारे दिल का आकार भी बड़ा हो जाता है। दिल के आकार के बढ़ जाने से हार्ट अटैक या फिर स्ट्रोक जैसी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। एक अध्ययन में पाया गया है कि वजन बढ़ने से दिल आठ ग्राम तक भारी हो जाता है, जबकि उसके आकार में 5% तक की बढ़ोतरी हो जाती है।

डिहाइड्रेशन अक्सर लोग डिहाइड्रेशन को पानी की कमी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन ये जानलेवा हो सकती है। अधिक गर्मी के दिनों में डिहाइड्रेशन से ग्रस्त व्यक्तियों को दिल का दौरा पड़ने की आशंका बहुत अधिक होती है। बहुत अधिक समय तक तेज धूप या गर्मी में रहने पर ब्लड प्रेशर में गिरावट आ जाती है।

इन बातों को मामूली न समझें

क्या करें

  • रोजाना ज्यादा थकान महसूस हो तो नजरअंदाज न करें, डॉक्टर से सलाह लें।
  • अगर कोई बेहोश हो जाए तो उसे पानी, जूस दें और कपड़े ढीले कर दें।
  • सुबह का नाश्ता जरूरी है, अंकुरित अनाज नाश्ते में लें।
  • ठंडे पानी से नहाएं, इससे दिल की बीमारी से भी फायदा मिलेगा।
  • गर्मी में हार्ट के मरीज 6-7 लीटर पानी पिएं।

क्या न करें-

  • दिल के मरीज ज्यादा काम करने से बचें।
  • सिर में दर्द हो, जी मिचलाए, चक्कर आए , कमजोरी लगे तो इग्नोर न करें।
  • मांसपेशियों में ऐंठन और सांस तेज चले तो घरेलू नुस्खे अपनाने की गलती न करें।
  • त्वचा में ठंडापन व नमी हो तो डॉक्टर से संपर्क करें।
  • नाड़ी (Pulse) के तेज चलने पर डॉक्टर की सलाह ले

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