नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि मेरी भी भावना है आगे बढ़ने की लेकिन ये पार्टी नेतृत्व तय करेगा कि किसको मुख्यमंत्री बनाया जाना है। सभी नेताओं की भावना होती है आगे बढ़ने की लेकिन पार्टी के अंदर व्यक्तिगत भावनाएं मायने नहीं रखती हैं बल्कि पार्टी का निर्णय सबको मानना पड़ता है। प्रीतम सिंह ने पूर्व सीएम हरीश रावत के उस बयान के सवाल पर जवाब दिया जिसमें हरीश रावत ने या तो मुख्यमंत्री बनने या घर बैठने की बात कही थी। प्रीतम सिंह ने कहा कि टिकट वितरण में कोई गुटबाजी नहीं रही बल्कि जिताऊ कैंडिडेट कौन होगा इसको ध्यान में रखा जाता है, सभी कांग्रेस के सिपाही हैं किसी नेता से गुटबाजी नहीं है। जो राष्ट्रीय नेतृत्व फैसला लेगा सीएम के मामले में उसको साथ लेकर सभी चलेंगे।
प्रीतम सिंह ने अपने आवास पर बात करते हुए कहा है राज्य के अंदर पहली विधानसभा बनी तो हमने कांग्रेस की सरकार बनाई थी। मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने एक मजबूत राज्य की नींव डाली थी। अब हम चाहते हैं रोजगार परक, विकास को आगे बढ़ाने वाली, उत्तराखंड के हितों का ध्यान रखने वाली सरकार हम बनाने का काम करेंगे। प्रीतम ने कहा कि हमने जो जनता से वादे किये हैं उनको पूरा करेंगे,चार धाम चार काम वाले वादे को भी हम पूरा करेंगे। जो गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों को चिन्हित करके प्रतिवर्ष 40 हजार रुपये प्रत्येक परिवार को देंगे।
सरकार बनाने के दावों के आत्मविश्वास के सवाल पर प्रीतम सिंह ने कहा है कि बीजेपी की सरकार के डबल इंजन की विफलता के कारण राज्य की जनता ने कांग्रेस को चुनाव में भारी समर्थन दिया है। बीजेपी सरकार ने सिर्फ नारे दिए लेकिन डिलीवर नहीं कर पाए, राज्य में इसलिए तीन-तीन मुख्यमंत्री बनाने पड़े बीजेपी को। यही हमारी जीत का आत्मविश्वास बढ़ा है।