देहरादून से फ़िरोज़ गाँधी की रिपोर्ट – अजब है सियासत का खेल , और गजब हैं उत्तराखंड के नेता … जिस पार्टी को कल तक सत्ता दिलाने के लिए पसीना बहा रहे थे आज उसी पार्टी को हारने की केदार बाबा की कसम खा रहे हैं। जी हाँ हरक सिंह रावत पूर्व भाजपा मंत्री और अब कांग्रेस के चिंतक सिपाही हरक का यही रूप पहाड़ देख रहा है। बीजेपी से निकाले जाने के बाद जब हरक सिंह रावत से इस मामले पर मीडिया ने प्रतिक्रिया मांगी तो आदतन वो फूट-फूट कर रोने लगे। रोते-रोते बीजेपी के पूर्व नेता ने कहा कि वो इसका बदला लेंगे। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए हरक सिंह रावत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी उत्तराखंड में सरकार बनाएगी और वो कांग्रेस पार्टी के लिए काम करेंगे। वहीं इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भाजपा से निकाले गए और राज्य मंत्रिमंडल से हटाए गए हरक सिंह रावत अपने परिवार के सदस्यों के लिए टिकट के लिए पार्टी पर दबाव बना रहे थे। सीएम ने कहा- “हमारी एक अलग नीति है, एक परिवार के केवल एक सदस्य को चुनाव के लिए पार्टी का टिकट दिया जाएगा।”
कांग्रेस में जाने के सवाल पर हरक सिंह रावत ने एक चैनल से बातचीत में कहा, ”अभी मेरी कोई मुलाकात नहीं हुई है, लेकिन मैंने कहा ना… प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आ रही है। उसे कोई दुनिया की ताकत रोक नहीं सकती है। केदार बाबा के भक्त हैं मोदी जी, मैं भी कोई कम भक्त नहीं हूं। मोदी जी बाद में केदारनाथ गए हैं। मैंने केदार बाबा की सेवा की है, पूरी केदार घाटी की जानती है मैंने कितनी सेवा की है।
मैंने दिल से सेवा की है, मैं कोई दिखावे के लिए काम नहीं करता हूं। केदार बाबा का आशीर्वाद है। मैं शायद माध्यम बन रहा हूं। केदार बाबा मुझसे… बद्रीनाथ मुझसे… ईश्वर को मुझको माध्यम बनाना चाहता है, इसलिए अच्छा होगा और कांग्रेस की सरकार प्रदेश में आ रही है और ये सुनिश्चित है।” तो चलिए देखते हैं हरक जब हरदा के साथ चुनावी ताल ठोकेंगे तो कांग्रेस के लिए कितना फायदेमंद होगा वो भी 10 मार्च को सामने आ ही जायेगा।