न्यूज़ वायरस के लिए फ़िरोज़ आलम गाँधी की रिपोर्ट
जेल का नाम सुनते ही आपकी बहन में एक भयानक और अपना चार दिवारी का अक्स भरता होगा दर्शन जेल का मतलब ही है सख्त और तकलीफदेह वो कोठरी जहां अपराधी पश्चाताप के आंसू बहाकर जुर्म से तौबा करता है। लेकिन अब उसी जेल की रंगत और सूरत बदल जाएगी।यूपी की योगी कैबिनेट ने जेल मैन्युअल में बड़ा बदलाव किया है। यह जेल मैन्युअल 1941 में बना था। बदलाव के तहत अंग्रेज और राजा-रजवाड़ों से जुड़ी सारी व्यवस्थाएं खत्म कर दी गई हैं। इससे अब महिला बंदी जेलों में भी शृंगार कर सकेंगी और मंगलसूत्र पहन सकेंगी। बच्चों के जन्म पर उनका नामकरण संस्कार भी हो सकेगा।
जेल में पहन सकेंगी मनपसंद कपड़े
जेलों का मॉडर्नाइजेशन किया जा रहा है। व्यवस्था में बदलाव कर नई सुविधाएं दी जा रही हैं। अब महिला बंदी जेलों में भी मंगलसूत्र पहन सकती हैं। बालों में शैंपू कर सकती हैं। उनके बाल काटने की व्यवस्था भी होगी। अब साड़ी की जगह वे मनपसंद कपड़े खासतौर पर सलवार-सूट भी पहन सकती हैं।
जेल में ही बच्चों का नामकरण होगा
यूपी सरकार में वरिष्ठ आईएएस और सीएम योगी के सबसे भरोसेमंद अधिकारी अवनीश अवस्थी ने कहा कि जेल में जो बच्चा पैदा होगा उसका नामकरण संस्कार वहीं होगा। यह काम उसके धर्म के हिसाब से धर्मगुरु करेंगे। इतना ही नहीं, सरकार उनकी पढ़ाई-लिखाई और खानपान की व्यवस्था भी करेगी। जेल में बच्चों के खेलने के लिए चिल्ड्रन पार्क भी बनाया जाएगा। जेल में खीर और सेवइयां भी बनाई जाएंगी। ACS गृह ने कहा कि हिंदू धर्म का कोई त्यौहार होगा, तो खीर बनेगी। मुस्लिम धर्म के लोगों का अगर त्योहार हुआ, तो खजूर और फल की व्यवस्था की जाएगी। अवनीश अवस्थी ने कहा कि जिलों में अब थ्री नॉट थ्री की राइफल की जगह 9mm कार्बाइन, 9mm पिस्टल और इंसास राइफल का उपयोग किया जाएगा। इससे सिक्योरिटी मजबूत होगी.