मोदी सरकार द्वारा देश के नागरिकों के लिए बड़ी घोषणा की गई है। दरअसल खुले बाजार में बिक्री के फैसले के बाद 1 सप्ताह में गेहूं के मूल्य में 10% से ज्यादा की गिरावट रिकॉर्ड की गई है। इसके साथ ही सरकार ने ओपन मार्केट सेल स्कीम के तहत सस्ते दर पर गेहूं दिए हैं। जिसे पीसकर केंद्रीय भंडारण, नेफेड और एनएससीसी द्वारा सस्ता आटा तैयार किया गया है।
भारत आटा रखा गया नाम
दरअसल केंद्र सरकार भारत की जनता के लिए भारत आटा ला रही है। यह आटा 29.50 रुपए प्रति किलो के दाम पर मिल सकता है। वही आटा केंद्र सरकार की ओपन मार्केट सेल स्कीम के जरिए आम जनता को उपलब्ध कराया जाएगा। बढ़ती महंगाई पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार द्वारा बड़ा कदम उठाया गया है। ऐसे में निजी कारोबारी की मनमानी को रोकने की रोकने के लिए केंद्र सरकार अब खुद ही आटा पीसने का निर्णय ले रही है। केंद्र सरकार जिस आटे को बेचेगी. उसका नाम भारत आटा रखा गया है।
मोबाइल वैन के जरिए व खुदरा दुकानों पर 29.50 रुपए किलो आटा बेचा जाएगा। यह काम राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) और राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (एनसीसीएफ) करेंगी।नेफेड और एसीसीएफ ने इस पर सहमति व्यक्त की है। इसे “भारत आटा” या “कोई अन्य उपयुक्त ब्रांड नाम” से बेचा जाएगा। केन्द्रीय भंडार पर 29.50 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से आटे की बिक्री शुरू कर दी गई है। हालांकि, एनसीसीएफ और नेफेड 6 फरवरी 2023 से आटे की आपूर्ति करेंगे।
बीते वर्ष असमान्य मौसम के चलते गेहूं की फसल को काफी नुकसान हुआ था। वहीं बाजार में गेहूं और आटे की कीमतों में इजाफा भी देखने को मिला था। इस वक्त खुदरा बाजार में गेहूं आटा की कीमत 35 से 38 रुपए किलो चल रही है। 2 फरवरी को खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव ने एक बैठक में खुला बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) की प्रगति की समीक्षा की थी। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया।