विशेष रिपोर्ट – आशीष तिवारी 

चुनावी पंडित जानते हैं कि अगर 2022 का चुनाव सोशल मीडिया और ऑनलाइन रैलियों के आधार पर होता है तो उसमें भाजपा अन्य पार्टियों से कहीं आगे निकल सकती है। ये भी सच है कि भारतीय जनता पार्टी का डिजिटल प्लान मैनेजमेंट कांग्रेस और आम आदमी पार्टी से ज्यादा धारदार है। इसको अब और तेज़ करने के लिए पीएम मोदी का नया मन्त्र सुर्ख़ियों में है जिसके बाद यूपी सहित तमाम राज्यों में विपक्षियों की नींद उड़ गयी है।
मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ने बनारस के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए माइक्रो लेवल का जो मैनेजमेंट प्रस्तुत किया है जिसका दूरगामी फायदा मिल सकता है।
दरअसल बीजेपी को शुरू से ही कैडर वाली पार्टी के रूप में आम लोगों के बीच मान्यता मिली हुई है। अपने इस नाम को पार्टी 10 साल शासन में रहने के बाद भी केवल बचाए हुए ही नहीं है, बल्कि उसे और माइक्रो लेवल पर पहुंचा रही है। आम तौर पर देखा जाता रहा है कि पार्टियां सरकार में आने के बाद अपनी सांगठनिक विशेषता खो देती हैं, पर बीजेपी ने ऐसा नहीं होने दिया है। कभी कांग्रेस पार्टी भी अपनी सांगठनिक क्षमता के बल पर ही अंग्रेजी सरकार से लोहा लेती रही थी, पर सत्ता सुख मिलने के बाद दिन प्रतिदिन उसका संगठन कमजोर होता गया। परिणाम स्वरूप पार्टी पर कुछ खास घरानों का एकाधिकार होता गया। 
बीजेपी को भी लगातार 10 वर्षों से मिल रहा सत्ता सुख उसके संगठन को कमजोर कर सकता है, शायद इसका भान पार्टी नेताओं को है। यही कारण है कि पार्टी को बूथ लेवल पर मजबूत करने की लगातार कोशिश होती रहती है। मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ने बनारस के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए माइक्रो लेवल का जो मैनेजमेंट प्रस्तुत किया है, अब ये नतीजे बताएँगे कि इस नए प्लान से पार्टी को कितना फायदा मिलेगा ?