Flash Story
DBS:फेस्ट में दून कालेजों के छात्रों का संगम,समापन सत्र में पहुंचे मंत्री सुबोध उनियाल
देहरादून :  मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल लिवर रोगों  को दूर करने में सबसे आगे 
जेल में बंद कैदियों से मिलने के लिए क्या हैं नियम
क्या आप जानते हैं किसने की थी अमरनाथ गुफा की खोज ?
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भारतीय वन सेवा के 2022 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों को दी बधाई
आग में फंसे लोगों के लिये देवदूत बनी दून पुलिस
आगर आपको चाहिए बाइक और स्कूटर पर AC जैसी हवा तो पड़ ले यह खबर
रुद्रपुर : पार्ट टाइम जॉब के नाम पर युवती से एक लाख से ज्यादा की ठगी
देहरादून : दिपेश सिंह कैड़ा ने UPSC के लिए छोड़ दी थी नौकरी, तीसरे प्रयास में पूरा हुआ सपना

देहरादून। शहर में गाड़ी चलाते वक्त यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के मोबाइल पर तुरंत आएगा चालान । 

इसके अलावा जिन लोगों के पास ऑनलाइन चालान की व्यवस्था नहीं होगी उनके दिए गए पते पर ऑफलाइन चालान भेजा जाएगा। शहर में आरटीओ की कई टीमें फोटो खींचकर चालान कर रही हैं। इसके अलावा स्मार्ट सिटी के कैमरे, परिवहन  विभाग के ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉगनाइजेशन की मदद से भी चालान की कार्रवाई होगी।

परिवहन विभाग शहर में फोटो की मदद से अब तक 500 से ज्यादा लोगों के चालान कर चुका है। परिवहन अधिकारियों के अनुसार, जिन जगहों पर कोई पुलिसकर्मी खड़ा नहीं होता, वहां ज्यादातर लोग लाइट जंप कर जाते हैं। जेब्रा क्रॉसिंग के ऊपर या आगे वाहन खड़े कर देते हैं। उनको लगता है कि कोई देख नहीं रहा है लेकिन असल में कैमरे में सब कुछ रिकॉर्ड हो रहा है। साथ ही ऑटोमैटिक कैमरा तुरंत मोबाइल नंबर पर एसएमएस भेज देता है। कानून तोड़कर भाग रहे लोगों पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है। गाड़ी चलाते वक्त चालक के पास ड्राइविंग लाइसेंस, गाड़ी की आरसी, पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (पीयूसी) सर्टिफिकेट और इंश्योरेंस के कागज होने अनिवार्य हैं।प्रवर्तन की गाड़ियों के डैशबोर्ड पर भी कैमरे लगे हैं, जो नियम तोड़ने वालों की हरकत को तुरंत रिकॉर्ड कर लेते हैं। इसमें मुख्य तौर पर मोबाइल का इस्तेमाल करने, सीट बेल्ट व मोबाइल न पहनने वाले शामिल होते हैं। लोग मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट चालान डॉट जीओवी डॉट इन पर अपने चालान की तुरंत जानकारी ले सकता है।
ब्लैक लिस्ट हो जाएगी गाड़ी
देहरादून। चालान के साथ ही ऐसी गाड़ियां ब्लैक लिस्ट हो जाएंगी। उसके बाद इन गाड़ियों को बेचा नहीं जा सकता। गाड़ी का प्रदूषण और इंश्योरेंस भी नहीं कराया जा सकता। ऐसे में यह गाड़ी बहुत ज्यादा उपयोगी नहीं रहेगी। वहीं, ब्लैक लिस्ट रहने के दौरान अगर कोई दुर्घटना हुई तो वाहन स्वामी के खिलाफ कार्रवाई होगी। इस गाड़ी को बेचा भी नहीं जा सकता है।

स्पीड रडार गन से 50 चालान
देहरादून। शहर के अलग-अलग स्थानों पर इंटरसेप्टर वाहन खड़े किए गए हैं, जिससे ओवर स्पीड वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है। एयरपोर्ट रोड दून से जौलीग्रांट रोड, जौलीग्रांट से ऋषिकेश और प्रेमनगर से विकास नगर रूट पर इंटरसेप्टर तैनात की गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top