उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार कोई पार्टी एक महिला को विधानसभा स्पीकर बना रही है। भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी की बेटी और कोटद्वार से विधायक रितु खंडूरी को विधानसभा स्पीकर बनाए जाने का यह बड़ा फैसला पार्टी आलाकमान ने लिया है। राजनैतिक फैसलों से हमेशा चौकाने वाली भाजपा का ये फैसला पहाड़ में एक इतिहास लिख रहा है। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में कोटद्वार से उनकी यह जीत को आम जनता उनकी अपने पिता की चुनावी हार का बदला बताया जा रहा है।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में इस बार भाजपा की रितु खंडूरी भूषण ने कोटद्वार से कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह नेगी के खिलाफ 3687 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। आपको बता दें कि रितु दूसरी बार चुनावी मैदान में उतरीं थीं। 2022 के विधानसभा चुनाव में रितु खंडूरी को बीजेपी ने आखिरी समय पर यमकेश्वर से हटाकर कोटद्वार सीट से प्रत्याशी बनाया था।
रितु खंडूरी भूषण का जन्म नैनीताल में 29 जनवरी 1965 को एक फौजी परिवार में हुआ। मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के राधाबल्लभ पुरम गांव निवासी उनके पिता मेजर जनरल (रिटा.) भुवन चंद्र खंडूरी तब एक फौजी ऑफिसर थे। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा और जीतकर वाजपेयी सरकार में मंत्री भी बने।
भारतीय जनता पार्टी में बेहद सम्मानित नेताओं में शुमार बीसी खंडूरी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने और प्रदेश की राजनीति में एक चर्चित नाम रहें। रितु की शुरुआती शिक्षा अपने पिता की फौजी पोस्टिंग के साथ कई स्थानों पर हुई। उन्होंने मेरठ के रघुनाथ गर्ल्स कॉलेज से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई की। उसके बाद राजस्थान विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन किया और दिल्ली से पत्रकारिता में डिप्लोमा लिया।
2006 से 2017 तक उन्होंने नोएडा स्थित एमिटी विश्वविद्यालय में फैकल्टी के रूप में भी कार्य किया। उत्तराखंड की राजनीति में बीसी खंडूरी की साफ छवि रही है। रितु को भी उनके पिता की वजह से लोगों का भरपूर प्यार मिला है। यही वजह है कि वह दोबारा चुनाव जीतीं और अब पहली महिला स्पीकर के रूप में शपथ लेंगी