उत्तराखंड में अभी भी छाई है काली घटा, इन जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट 

न्यूज़ वायरस के लिए फ़िरोज़ आलम गाँधी की रिपोर्ट

उत्तराखंड में मौसम ने पहले से अपने दर्शन दे रखे है और अब सावन का महीना लग गया है इस महीने बारिश अपने चरम में होती है। मौसम विभाग ने बागेश्वर व पिथौरागढ़ जिले के लिए गुरुवार को कहीं कहीं भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड में मानसून की बारिश से राहत मिलती नहीं दिख रही है. बारिश की वजह से सूबे में नदी नाले उफान पर हैं. साथ ही मलबा और बोल्डर गिरने से सड़कें भी बाधित हो रही हैं. मौसम विभाग की मानें तो आज भी प्रदेश में भारी बारिश हो सकती है. ऐसे में लोगों को विशेष सावधानी बरतनी होगी.रात के समय कदापि यात्रा न करें। किसानों को अतिरिक्त पानी निकासी की उचित व्यवस्था करने व फसलों को सुरक्षित स्थान पर रखने की सलाह दी गई है। राज्य में 15, 16 व 17 को टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चम्पावत जिले के अधिकांश स्थान व शेष जिलों में कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान लगाया गया है।भारी बारिश के मद्देनजर मौसम विभाग ने चेतावनी के तौर पर येलो अलर्ट जारी किया है. 17 जुलाई के बाद बारिश में तेजी आने की संभावना है।वहीं, संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन और चट्टान गिरने से कहीं-कहीं सड़कें व राजमार्ग बंद हो सकते हैं. ऐसे में आवाजाही करना भी जोखिम भरा हो सकता है. लिहाजा, विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है. बारिश की वजह से पहाड़ी क्षेत्रों में कहीं-कहीं नाले और नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है. ऐसे में लोगों को नदी-नालों के आसपास बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।

अपनी सुरक्षा अपने हाथ ही है, बरसात के दौरान बरतें ये सावधानियां-मौसम विभाग या किसी भी अख़बार या न्यूज़ चैनल से मौसम पूर्वानुमान पर नजर रखें, इस समय मौसम की जानकारी लेना बहुत ही जरुरी है, बरसात के समय नदी-नालों में उनकी मात्रा से अधिक पानी भर जाता है इसलिए जितना उनसे दूर रहे उतना आपके लिए अच्छा है, इन मौसम नदियों का जल काफी अधिक होता है और किसी समय भी उसका पानी ज्यादा हो सकता है इसलिए नदियों में नहाने से परहेज करें, बरसात के दौरान सड़कों पर सावधानीपूर्वक आवाजाही करें, तेज बारिश या कोहरे में वाहनों की लाइटें ऑन रखें, संवेदनशील पहाड़ी ढलानों पर जाने से बचें, जलभराव की स्थिति में तालाब और पोखरों आदि से दूर रहें, मॉनसून के दौरान भूस्खलन क्षेत्र से दूर रहें, बिजली चमकने के दौरान पेड़ों से दूर रहें, नदी का जलस्तर बढ़ने पर सुरक्षित स्थान पर चले जाएं, यदि आपके घर गदेरे या नदी के पास हैं तो विशेष सतर्कता बरतें, आपातकालीन नंबर को हमेशा अपने पास रखें, अपने घर पर एक आपातकालीन किट तैयार रखें, किसी भी आपात स्थिति में तत्काल सूचना कंट्रोल रूम को दें.

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