देश में महिलाओं की मिसाल उनके हौसले और अनोखे ज़ज़्बे के लिए दी जाती है। ऐसा ही एक दिल को छू लेने वाला मामला आपको बता रहे हैं जो आई है मुर्शिदाबाद से जहाँ छह शिक्षिकाओं ने कैंसर रोगियों की सहायता के लिए केरल के एक अस्पताल को अपने बाल दान किए।
शमसेरगंज थाने की धुलियन नगर पालिका की प्रभारी शिक्षिका जयश्री दत्ता, अर्पिता रॉय, महबूबा हुसैन, अर्पिता मंडल, प्रीति घोष और सुमना पाल ने केरल के त्रिशूर जिले के अमला इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज को बाल दान किए। छह शिक्षिकाओं ने स्पीड पोस्ट से 12-16 इंच बाल भेजे। उस संस्था से बालों की प्राप्ति स्वीकार भी की गई है। पता चला है कि स्कूल की जीव विज्ञान की शिक्षिका प्रीति घोष ने तीन साल पहले संस्था को अपने बाल दान किए थे। प्रीति घोष के बाल दान से उत्साहित पांच अन्य शिक्षिकाओं ने भी बाल कटवाए।स्कूल के कुछ और शिक्षकों ने आने वाले दिनों में बाल दान करने की इच्छा जताई। अर्पिता मंडल ने कहा, मेरे पिता कैंसर के मरीज थे। एक साल पहले उनका निधन हो गया। मैंने अपने पिता के दर्द को बहुत करीब से महसूस किया। कैंसर रोगियों को कीमोथेरेपी के दौरान बालों के झड़ने का अनुभव होता है। तब वे हीनभावना से ग्रस्त हो जाते हैं। यह पहल उनके साथ खड़े होने के लिए है। आज देश को ऐसे ही ज़ज़्बे की ज़रूरत है जो एक दूसरे की मदद को साथ खड़े हों और मिसाल बनकर दुनिया को रास्ता दिखाएं।