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उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत ने कहा कि हम तीसरी लहर के लिये तैयार हैं.
उत्तराखंड में पिछले 45 दिन में नौ साल तक के करीब तीन हजार बच्चे भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. अभी तक सेकेंड वेब को यंगस्टर्स के लिए ही खतरनाक माना जा रहा था, लेकिन अब बच्चे भी इसके निशाने पर आ रहे हैं.
- Last Updated:
May 16, 2021, 9:27 PM IST
देहरादून. उत्तराखंड में कोरोना की सेकिंड वेब में सबसे ज्यादा 30 से 39 साल तक के लोग संक्रमित हो रहे हैं. महज डेढ़ महीने में ही इस ऐज ग्रुप के 43 हजार पेशेंट्स आ चुके हैं. लेकिन, चिंता अब छोटे बच्चों को लेकर भी ब़ढ़ने लगी है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2020 से मार्च 2021 तक बारह महीने में नौ साल तक के 2,131 बच्चे संक्रमित हुए थे, लेकिन इस साल सिर्फ 45 दिन में इससे कहीं अधिक 2,938 बच्चे पोजिटिव हो चुके हैं. पिछले दस दिनों में इसमें तेजी देखने को मिली. 10 दिन में नौ साल तक के एक हजार बच्चे कोविड पॉजीटिव हुए हैं इसने डॉक्टर्स की भी चिंता बढ़ा दी है. गांधी शताब्दी हॉस्पिटल के चाइल स्पेशलिस्ट डा. प्रताप रावत ने कहा कि आगे चलकर ये स्थिति गंभीर हो सकती है. हालांकि , राहत की बात ये है कि बच्चों में वायरस की सीवियरटी बहुत कम है. दून हॉस्पिटल के सीएमस केस पंत का कहना है कि सेकिंड वेब देशभर में ही यंगस्टर्स केा ज्यादा हिट कर रही है. थर्ड वेब में बच्चों के संक्रमण को लेकर चिंता जताई जा रही है. केसी पंत का कहना है कि यदि ऐसा हुआ , तो ये बेहद मुश्किल दौर होगा. क्योंकि छोटे बच्चों से कोविड एप्रोपिरियेट व्हियेवियर की उम्मीद नहीं की जा सकती. हॉस्पिटल में भी उनकेा रखना बेहद चुनौतिपूर्ण है. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत कहते हैं कि सेकिंड वेब की चुनौतियों के बीच हम थर्ड वेब को लेकर भी अलर्ट हैं. हमने थर्ड वेब की तैयारियां शुरू कर दी हैं. ताकि, चुनौतिपूर्ण समय में हमारी तैयारियां दुरूस्त रहें. उनका कहना है कि सभी डीएम और सीएमओ को हॉस्पिटल के आसपास होटल और ऐसे संस्थान चिन्हित करने के निर्देश दिए गए हैं, जहां इमरजेंसी में अस्पताल चलाया जा सके. यदि बच्चे संक्रमित हुए तो बच्चों के साथ ग्रार्जन के रहने की भी मजबूरी होगी. इसके लिए होटलों को अभी से चिन्हित कर लिया जाए.
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