हिंदुस्तान का इतिहास समृद्ध और अद्भुत है। भारत की धरती पर अनेकों ऐसे निशाँ शान से लहराते मिल जायेंगे जिनकी कहानी रोचक और दिलचस्प है। ऐसा ही एक अनोखा अध्याय है राजस्थान … जहाँ मौजूद कई खूबसूरत ऐतिहासिक इमारतें और किले केवल देश के लोगों में ही नहीं विदेश पर्यटकों में भी काफी मशहूर हैं। यहां के हर एक जिले में आपको एक से एक ऐतिहासिक फोर्ट देखने को मिल जाएंगे, जो काफी गर्व के साथ खड़े हुए हैं।
हम बात कर रहे हैं त्रिकुटा हिल पर बने जैसलमेर फोर्ट की, जो भारत के इतिहास के साथ-साथ अपनी बेहतरीन संरचना के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। चलिए आपको इस विशेष खबर में इससे जुड़े कुछ तथ्यों के बारे में बताते हैं।
जैसलमेर किले का निर्माण वर्ष 1156 में भाटी राजपूत राजा रावल जैसल द्वारा किया गया था। 1294 के आसपास, भाटी साम्राज्य को अलाउद्दीन खिलजी द्वारा 8 से 9 साल की घेराबंदी का सामना करना पड़ा। 1551 के आसपास रावल लूनाकरण के शासन के दौरान, किले पर फिर से अमीर अली द्वारा हमला किया गया था। जिसके बाद राजा को अपनी बेटी की शादी हुमायूं के बेटे अकबर से करनी पड़ी। इसके बाद किले पर आक्रमण होने से बच गया ओर किले को सुरक्षित बचा लिया गया।यह एक विश्व धरोहर स्थल है –
जैसलमेर का भव्य किला यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है। पूरा किला पीले बलुआ पत्थर से बना हुआ है और देखने में बेहद खूबसूरत लगता है। लोग विशेष रूप से यहां सूर्यास्त देखने आते हैं। सूर्य की किरणें पूरे किले की शोभा में चार चांद लगा देती हैं। किले की पीली दीवारें, सूरज की किरणों से मानों नहा सी जाती हैं, इस खूबसूरती को देखते हुए भी इस किले का नाम सोनार किला या स्वर्ण किला पड़ा था।जैसलमेर किले की वास्तुकला –
किले में कुछ हवेलियां भी हैं, जिनमें पटवाओं की हवेली, नथमल की हवेली, सलाम सिंह की हवेली शामिल हैं। कहा जाता है कि भारत में आपको बहुत ही कम फोर्ट मिलेंगे जहां आपको एक साथ राजपुताना और इस्लामी शैली एक साथ दिख जाए। लेकिन अगर आपको सच में इस तरह की वास्तुकला देखनी है, तो आपको एक बार जैसलमेर फोर्ट जरूर आना चाहिए।सत्यजीत रे को सोनार केला लिखने के लिए प्रेरित किया
प्रख्यात फिल्म निर्माता और लेखक, सत्यजीत रे किले की सुंदरता से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने इसके चारों ओर एक कहानी रची। उन्होंने 1971 में प्रशंसित रहस्य उपन्यास, सोनार केला या शोनार केला लिखना जारी रखा। फिर, 1974 में, रे ने पुस्तक पर आधारित एक फिल्म का निर्देशन किया, जिसका नाम सोनार केला था। इसी उपन्यास के बाद इस किले का को सोनार किला या स्वर्ण किला के नाम से भी जाना जाने लगा था।सबसे बड़ा रेगिस्तान में रहने वाला किला –
जैसलमेर का किला दुनिया का सबसे बड़ा रेगिस्तान में रहने वाला किला है। साथ ही, यह राजस्थान का दूसरा सबसे पुराना किला भी है। आपको बता दें, इसके परिसर में हजारों लोग रहते हैं। यहां असंख्य दुकानें हैं जहां स्थानीय लोग हस्तशिल्प उत्पाद बेचते हैं। ऐसा कहा जाता है कि ये किला भारत में एकमात्र ऐसा फोर्ट जहां मध्य काल में रोजाना स्थानीय लोगों के लिए दुकानें लगा करती थी, जहां शहर और शहर से आने वाले लोग यहां आकर खरीदारी कर सकते थे। सजावट से लेकर मसाले, आनाज आदि तक इस बाजार में सब कुछ मिलता था।