सुबह स्कूल बस में बैठकर स्कूल पहुंचने के बाद क्लास में किताबों के साथ दिन बिताने वाले बच्चों के हाथों में शतरंज था. कोई किसी को ‘शह-मात’ दे रहा था तो कोई किसी को हराने में मशगूल था. कुछ ऐसा ही नजारा था THE DOON SCHOOL में, देहरादून THE DOON SCHOOL में चेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें 16 स्कूलों के बच्चों ने हिस्सा लिया. इस दौरान काफी संख्या में उनके पेरेंट्स भी पहुंचे थे. प्रतियोगिता के चलते लास्ट में 4 स्टूडेंट सलेक्ट हुए , चेस प्रतियोगिता चलते आखिर में दून इंटरनेशनल स्कूल के सनान शेख ने सबको चेस में मात देकर 1st runner up बने , इससे स्कूल के सभी बच्चों में काफी उत्साह देखने को मिला , सनान शेख जब ट्राफी जीत कर घर आया तो घर में ख़ुशी का माहौल था।
सनान की मम्मी आरज़ू शेख बताती है की सनान की कोई तयारी नहीं थी लेकिन फिर भी वो ट्रॉफी जीतकर लाया इससे घर वे रिश्तेदारों में ख़ुशी का माहौल है, सनान की मम्मी का कहना है की बच्चे मन के सच्चे होते है , बच्चो को हमेशा माँ बाप को सपोर्ट करना चाइये , बच्चो को समझना चाइए की बच्चा क्या चाहता है , क्या उसकी स्किल है, माता पिता जब बच्चो को सपोर्ट करेंगे तभी बच्चे का जो हुनर है वो बहार आएगा , तभी बच्चा अपने माता पिता और अपने देश का नाम रोशन करेंगे।वही सनान शेख की खाला तसनीमा कौसर जो की दून महिला शक्ति ट्रस्ट की ऑनर है , उन्होंने बताया की सनान शेख दून इंटर नेशनल स्कूल का 12th का स्टूडेंट है , हमें ये बताते हुए बहुत प्राउड फील हो रहा है, की सनान शेख ने सबको चैस में मात देकर आल ओवर में फर्स्ट प्राइज का विंनर बना, आज इस देश को इसे ही बच्चों की ज़रूरत है, ऐसे बच्चों को आगे बढ़ाया जाए ताकि वो अपने देश का नाम रोशन कर सके , हम आशा करते है की सनान शेख अपनी पूरी लाइफ में अपने देश के लिए खेले और विजय हासिल करे, उत्तराखंड में लगातार चेस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले बच्चों की संख्या बढ़ रही है. इस तरह की स्टेट लेवल की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने वाले बच्चे आगे चलकर चेस में अपना करियर बना सकते हैं. और नेशनल और इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले सकते हैं. और अपने देश का नाम रोशन कर सकते है।