जब भी हम किसी को विदा करते हैं तो बाय कहने के लिए टा-टा (TA-TA) बोलते हैं. यहां तक कि अपने घरवालों और साथियों के लिए भी हम यही शब्द इस्तेमाल करते हैं. ऐसा नहीं है कि किसी खास इलाके के लोग ऐसा करते हों, भारत के सभी क्षेत्रों में यह शब्द खूब इस्तेमाल होता है. यहां तक कि वाहनों पर भी लोग पीछे लिखवा लेते हैं. लेकिन कभी आपने सोचा कि आखिर गुडबाय के लिए लोग टा-टा ही क्यों बोलते हैं? यह शब्द आया कहां से? टा-टा बोलने के पीछे कहानी क्या है ? अजब गजब नॉलेज में आज जानते हैं इसी के बारे में…
हम टा-टा बोलते हैं. लेकिन इसका मतलब क्या है
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर कुछ यूजर्स ने यही सवाल पूछा. जो जवाब आया वह बेहद दिलचस्प है. एक यूजर ने लिखा, यह टा-टा (TA-TA) शब्द सिर्फ भारत और पाकिस्तान में ही बोला जाता है. दुनिया के किसी और मुल्क में इसका इस्तेमाल नहीं होता. यहां तक कि अंग्रेज भी इसे नहीं बोलते. कई डिक्शनरी में बताया गया है कि ब्रिटिश अंग्रेजी के हिसाब से टा-टा शब्द का मतलब गुडबाय से है. तो फिर अंग्रेज इसका इस्तेमाल क्यों नहीं करते? इस सवाल का जवाब जानने के लिए 250 साल पीछे जाना होगा.
टा-टा कोई शब्द ही नहीं
हालांकि, एक यूजर के मुताबिक टा-टा कोई शब्द ही नहीं है. यह एक प्रकार का स्लैंग (SLANG)है. स्लैंग वे शब्द होते हैं जो क्षेत्रीय भाषा से एक अपमान सूचक शब्द के रूप में निकले होते हैं. कहा तो यहां तक जाता है कि अंग्रेज महिलाएं भारतीय स्त्रियों और उनके बच्चों को पुकारने के लिए इस शब्द का इस्तेमाल करती थीं. हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं मिलती. कुछ यूजर्स का कहना है कि “टाटा” शब्द उर्दू भाषा से लिया गया है जिसका अर्थ होता है “फिर मिलेंगे” या “अलविदा”.