पहले शादियां ज्यादातर घरों या मंदिरों में ही हो जाती थी। सारी व्यवस्था की जिम्मेदारी परिवार और विश्वास के संगे संबंधियों पर होती थी। लोग शादियों में खर्चे के साथ अपने बचत की भी बराबर चिंता करते थे। लेकिन अब ट्रेंड पूरा बदल गया है, अब शादी के लिए आपको बस पैसा खर्च करना है और इस दिन को बिना किसी चिंता के एंजॉय करना है। इस सुविधा को देकर ही आज वेडिंग कराने वाली कंपनियां अरबों कमा रही है।
इसमें कोई दोराय नहीं कि हर कोई एक ग्रैंड शादी करना चाहता है, जिसका उदाहरण देते लोग थके नहीं। हम सबके आसपास ऐसे कई लोग हैं भी जो अपनी शादी पर आंख बंद करके खर्च करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, यह शादीशुदा जीवन के लिए एक अभिशाप की तरह है। एक स्टडी में इस बात का दावा किया गया है कि महंगी शादियां तुलनात्मक रूप से कम बजट वाली शादियों से कम चलती है। इस लेख में आप इस स्टडी के बारे में डिटेल में जान सकते हैं।
इस स्टडी के परिणामों से यह साफ पता चलता है कि व्यक्ति को अपनी वेडिंग के लिए बहुत ही कम खर्च करना चाहिए। ऐसा न करने वाले कपल आमतौर पर अपने रिश्ते में कम खुश देखे जाते हैं। अध्ययन में यह पाया गया है कि जिस वेडिंग में $1,000 (1,83.011 रुपए) से कम खर्च किया गया उन शादियों के लंबे समय तक चलने की संभावना बहुत अधिक थी। जबकि 20000 डॉलर (16,60,230 रुपए) या इससे अधिक वेडिंग पर खर्च करने वाले कपल्स के बीच तलाक होने की संभावना बहुत अधिक थी। शादी पर भले ही खर्च अच्छा ना हो लेकिन स्टडी में यह सामने आया है कि हनीमून पर जाना तलाक के कम खतरे के साथ महत्वपूर्ण रूप से जुड़ा हुआ है।