यूपीसीएल की नज़र से नहीं बचेंगे बिजली चोर – अब लगेंगे स्मार्ट प्रीपेड मीटर

अगर आप सरकार और विभागों द्वारा उपलब्ध कराइ जा रही जन सुविधाओं का दुरूपयोग और किसी भी तरह का दोहन नहीं करते हैं तो ये खबर आपके लिए नहीं है , बल्कि उन गैर ज़िम्मेदार बिजली उपभोगताओं के लिए अलर्ट अलार्म है जो बड़े मजे से बिजली चोरी कर बिल में विभाग को चूना लगा रहे हैं।

ऊर्जा विभाग के सूत्रों ने बताया है कि एक से 75 किलोवाट क्षमता वाले करीब 18 लाख उपभोक्ता हैं। इनमें से करीब 16.50 लाख उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे ।आपको बता दें कि केंद्र से सैद्धांतिक सहमति मिलने और राज्य कैबिनेट की  मुहर लगने के बाद स्मार्ट प्रीपेड मीटर का काम तेज़ी से आगे बढ़ रहा है ।
यूपीसीएल के एमडी अनिल कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया है कि प्रदेश में करीब 26 से 27 लाख उपभोक्ता हैं। इनमें से उद्योगों में तो स्मार्ट प्रीपेड मीटर पहले लग चुके हैं। एक से 75 किलोवाट क्षमता वाले करीब 18 लाख उपभोक्ता हैं। इनमें से करीब 16.50 लाख उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। यूपीसीएल के एमडी अनिल कुमार ने बताया कि सबसे पहले कमर्शियल और पांच किलोवाट तक के उपभोक्ताओं के प्रतिष्ठानों पर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे।

प्रति मीटर औसत छह हजार रुपये का खर्च आएगा, जिसमें से 22.5 प्रतिशत पैसा केंद्र से ग्रांट के तौर पर मिलेगा। बाकी पैसा मीटर लगाने वाली कंपनी को यूपीसीएल की ओर से प्रति मीटर प्रति माह के हिसाब से दस साल तक दिया जाएगा। उपभोक्ताओं को इस मीटर के लिए अलग से कोई खर्च नहीं देना होगा।यूपीसीएल की नज़र से नहीं बचेंगे बिजली चोर

स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने के बाद यूपीसीएल सभी उपभोक्ताओं पर नजर रख सकेगा। मतलब साफ़ है कि अगर कोई एक किलोवाट कनेक्शन वाला उपभोक्ता प्रतिमाह ज्यादा खपत कर रहा है तो उस हिसाब से उसका बिजली कनेक्शन की क्षमता बढ़ाई जाएगी। यूपीसीएल को रियल टाइम में हर उपभोक्ता की जानकारी कंट्रोल रूम में मिल सकेगी। तो आप भी जागरूक बनिए और अपने आस पास अगर ऐसे लोग नज़र आएं तो उन्हें सतर्क और इस खबर की जानकारी अवश्य दें।

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