पहाड़ की पहचान यहाँ के पर्यटक स्थल और धार्मिक मंदिर हैं। देवभूमि में अनगिनत ऐसे स्थान हैं जिन्हे विकसित और संरक्षित किये जाने की योजनाएं उत्तराखंड सरकार बनाती रहती है। अब इसी कड़ी में अल्मोड़ा का जिक्र किया जा रहा है। उत्तराखंड के अल्मोड़ा शहर की पहचान यहां के पटाल और बाल मिठाई हैं, लेकिन डेढ़ दशक पहले पटालों को उखाड़ कर कोटा पत्थर बिठा दिया गया…. अब दोबारा अल्मोड़ा सिटी को हेरिटेज नगरी बनाने की कयावद शुरू कर दी है… पुराने मकानों और पटालों को मूल स्वरूप में लाने की योजना बन रही है.
उत्तराखंड के अल्मोड़ा शहर को हेरिटेज सिटी बनाने की योजना पर काम चल रहा है, जिसके लिए मल्ला महल और रानी महल को मूल स्वरूप में लाया गया है…. अब महल के आसपास जुडे़ बाजार को भी पटाल और पुरानों भवनों को विकसित करने की योजना बनाई जा रही है, जिससे आने वाले पर्यटकों को लुभाया जा सके…डीएम वंदना सिंह ने कहा कि सभी विभागों के साथ बैठक कर ली गई है…. सभी को 15 अप्रैल तक कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं..
सांस्कृतिक नगरी को हेरिटेज सीटी के रूप में विकसित किया जाएगा… आने वाले पर्यटकों को पहाड़ की संस्कृति दिखा सके… वैसे भी अल्मोड़ा ऐतिहासिक स्थान है… आपको बता दें कि चंद्र राजाओं की राजधानी रही अल्मोड़ा अंग्रेजी हुकूमत में कमीश्नरी रही है… अगर सबकुछ ठीक रहा तो अल्मोड़ा हेरिटेज सिटी को देखने के लिए साल भर हजारों की संख्या में लोग आएंगे, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा..