देहरादून जैसे शिक्षित शहर में ऐसी घटना ने सबको हैरान कर दिया है। देहरादून की रायपुर थाना पुलिस से मिली सूचना के मुताबिक यह घटना कृष्णा एनक्लेव मयूर विहार की है , जहां एक 23 साल की लड़की वंदना ने सिर्फ इसलिए गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली क्योंकि उसने अपनी मां से एक साइकिल मांगी थी। लेकिन किन्हीं वजहों से वंदना की मां मीना राणा साइकिल नहीं दे पा रही थी , या यूं कहें कि वह बार-बार मना कर रही थी…
मां के साइकिल ना देने और बार-बार मना करने से 23 साल की वंदना इतने गुस्से में भर गई कि गुरुवार की रात उसने अपने कमरे में जाकर फांसी लगा ली। सुबह जब वंदना के कमरे से ना निकलने पर घर वालों को चिंता हुई तो उन्होंने वंदना के कमरे को जाकर देखा तो वो अंदर से बंद था। इसके बाद घर वालों ने रायपुर थाने को सूचना दी और आज सुबह पुलिस पहुंची तो देखा दरवाजा बंद था। जिसके बाद पुलिस ने दरवाजे को तोड़ा , अंदर का नजारा देखकर सब हैरान रह गए क्योंकि 23 साल की युवती वंदना पंखे पर चादर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर चुकी थी।मौके पर 108 को बुलाया गया और चिकित्सकों ने मृत वंदना का मेडिकल परीक्षण किया। जिसके बाद उसे मृत घोषित कर दिया। यह घटना हमारे समाज के लिए बेहद चौंकाने वाली है , कि हमारा युवा किस दिशा में जा रहा है ? आवेश और घरवालों से बात मनवाने की जिद उसे मौत की दहलीज तक ले जा रही है। यह घटना देहरादून जैसे शहर की है जिसे आमतौर पर एक शिक्षित और हाईटेक शहर माना जाता है। शहर के मयूर विहार को पॉश इलाका भी माना जाता है। लेकिन एक अदद साइकिल के लिए अपनी जान देने की हद पार करने वाली वंदना हमारे युवा वर्ग और उन माता-पिता के लिए एक खतरे की घंटी है जो बच्चों की और उनकी उम्मीदों पर या तो कामयाब होते हैं या नजरअंदाज कर देते हैं।
जरूरत है आज एक बेहतरीन परवरिश की और मां-बाप को दोस्ताना संबंधों के साथ बच्चों को प्रोत्साहित और समझदार बनाने की , ताकि फिर कोई वंदना केवल एक साइकिल के लिए अपनी जिंदगी को अलविदा ना कह दे।