राजनीती में नेताओं से जुड़े तमाम दिलचस्प फैक्ट्स आप जानते होंगे। अक्सर कुछ अनसुने संयोग ऐसे भी होते हैं जिसे हम नहीं जानते , लेकिन जब मालूम होता है तो हैरानी होती है। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश से जुड़ा ऐसा ही एक अजब गजब संयोग आपको बता रहे हैं। मर्दों की शान कही जाने वाली मूंछ से जुड़ा ये फैक्ट दिलचस्प है , जी हाँ नेता जी की कुर्सी का क्या है मूंछ फैक्टर आइये जानते हैं –
उत्तर प्रदेश के पहले सीएम की घनी मूंछें थीं
यूपी के पहले सीएम गोविंद बल्लभ पंत के बारे में एक किस्सा मशहूर था। नेताजी की तो मूंछें तक बोलती हैं। असल में वो चेहरे पर घनी मूंछें रखते थे। ये साल 1946 से लेकर 1954 तक यूपी के सीएम रहे।
दूसरे सीएम संपूर्णानंद भी जवानी से बुढ़ापे तक मूंछें रखते रहे
साल 1954 से लेकर 1960 तक उत्तर प्रदेश की सत्ता संभालने वाले की दो खूबियां थीं। पहली कि वो शब्दों के जादूगर थे। दूसरी कि उनके चेहरे पर मोटे फ्रेम का चश्मा और हल्की मूंछें बहुत जमती थीं। लेकिन ये बात बुढ़ापे की है। जब वो जवान थे, तब घनी काली मूंछें रखते थे।
चौधरी चरण सिंह रखते थे महीन मूंछें
चरण सिंह 1967 से 68 और 1970 में यूपी के सीएम रहे। नाम चौधरी से शुरू जरूर होता था पर मूंछ हल्की रखते थे। आज भी कई राजनीतिक पंडित मानते हैं कि राजनीति में हल्की मूंछ रखने का फैशन इन्होंने ही शुरू किया था। बाद में कई लोगों ने इन्हें कॉपी किया।
गांधी टोपी के साथ काली मूंछें हेमवती नंदन बहुगुणा पर खूब जमती थीं
1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में हेमवती के काम ने उन्हें ऐसी लोकप्रियता दिलाई कि अंग्रेजों ने उन्हें जिंदा या मुर्दा पकड़ने पर 5 हजार का इनाम रखा था। तब अंग्रेज उनकी पहचान उनकी गांधी टोपी और मुच्छड़ के तौर पर करते थे। ये 8 नवंबर 1973 से 29 नवंबर 1975 तक यूपी के सीएम रहे।
राम नरेश यादव मूंछें काटते थे एकदम बारीक, पर हटाते नहीं थे
1970 के दशक में रामनरेश यादव किसानों के नेता के तौर पर उभरे थे। तब वो मुलायम से बड़े नेता माने जाते थे। 1977 में चौधरी चरण सिंह ने लगातार 3 बार विधायक रहे मुलायम सिंह यादव को नजरअंदाज कर रामनरेश को मुख्यमंत्री बनाया था। ये आखिरी समय तक मूंछें रखते रहे। हालांकि मूंछों को काट देते थे, लेकिन एकदम नहीं हटाते थे।
बेहद स्टाइलिश मूंछें रखते थे वीपी सिंह
यूपी के सीएम से पीएम तक का सफर तय करने वाली विश्वनाथ प्रताप सिंह के मूंछों के कई दौर रहे हैं। पहले वो बेहद शानदार और स्टाइलिश तरीके से मूंछें रखते थे। कहते हैं कि उन्होंने कुछ विदेशी नेताओं को देखकर वो स्टाइल चुनी थी। लेकिन बाद में वो मूंछें हटाने लगे थे। वो 9 जून 1980 से 18 जुलाई 1982 तक यूपी के सीएम रहे।
श्रीपति मिश्रा, यूपी के आखिरी मूंछों वाले सीएम
19 जुलाई 1982 से 2 अगस्त 1984 श्रीपति मिश्रा यूपी के सीएम रहे। वो मूंछों वाली विरासत के आखिरी यूपी सीएम थे। वो बहुत हल्की नीचे की ओर मूंछों की महीन पट्टी रखते थे। मुश्किल से उसकी चौड़ाई 10 से 15 मिली मीटर होती थी।
1985 से 24 जून 1988 तक वीर बहादुर सिंह यूपी के सीएम रहे। वो बिल्कुल भी मूंछें नहीं रखते थे।
स्मार्ट पॉलिटिशियन नारायण दत्त तिवारी स्टाइलिश लुक पसंद करते थे लिहाज़ा मूंछ रखने का सवाल ही नहीं था।
पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव जवानी में तो मूंछें रखते थे, लेकिन समय के साथ वो भी क्लीन शेव हो गए थे।
भाजपा के पूर्व सीएम रहे स्व ० कल्याण सिंह कभी बहुत महीन मूंछें रखते तो कभी क्लीन शेव दिखते थे
राम प्रकाश गुप्ता भी ऐसे ही एक और सीएम बने जो चेहरे पर मूंछें रखना पसंद नहीं करते थे।
भाजपा सरकार चलाने वाले मौजूदा गृहमंत्री राजनाथ सिंह आज भी मूंछ नहीं रखते हैं।
मौजूदा दौर की बात करें तो अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ दोनों ही बिना मूंछों वाले सीएम रहे और अब लड़ाई भी इन्हीं के बीच नज़र आ रही है।
2022 में भी नहीं मिलेगा मूंछ वाला सीएम – फिलहाल यूपी में जो सीएम चेहरे हैं, उनमें योगी आदित्यनाथ, अखिलेश यादव, मायावती और प्रियंका गांधी सबसे आगे हैं। ओमप्रकाश राजभर भी मूंछें नहीं रखते। लिहाज़ा लगता है ये दिलचस्प रिकॉर्ड बरकरार रहेगा और यूपी को अगला सीएम बिना मूंछों का ही मिलेगा।