रोमांच के शौकीनों के लिए पेड़ पर बना है, आलीशान ट्री हाउस

उत्तराखंड में अगर आप घूमने का प्‍लान बना रहे हैं तो उत्‍तराखंड के ट्री हाउस में समय बिता सकते हैं। लंबे समय बाद उत्तराखंड के रामनगर में ऊंचे पेड़ों पर बने कमरों में रात में ठहरने की पर्यटकों की मुराद पूरी होने वाली है। 15 दिसंबर से फाटो पर्यटन जोन में ट्री हाउस पर्यटकों के लिए खुल जाएगा। हालांकि अभी प्रमुख वन संरक्षक ने लिखित रूप से शुल्क की अनुमति नहीं दी है। फिलहाल वन विभाग ने अगले आदेश तक ट्री हाउस में एक रात ठहरने का किराया दो हजार रुपये तय किया है। घने जंगल के बीच रात में पेड़ में ठहरने जैसा रोमांच मिलेगा1.तराई पश्चिमी वन प्रभाग के अंतर्गत फाटो पर्यटन जोन में इसी साल मार्च में ट्री हाउस बनकर तैयार हो गया था।
2.ट्री हाउस एक ऊंचे पेड़ में बनाया गया लकड़ी से निर्मित कमरा है।
3.इसमें घने जंगल के बीच रात में पेड़ में ठहरने जैसा रोमांच मिलेगा।
4.वन विभाग ने यहां ठहरने के शुल्क के अनुमोदन के लिए प्रमुख वन संरक्षक देहरादून को भेजा था।
5.करीब आठ माह बाद भी प्रमुख वन संरक्षक की ओर से इसका शुल्क तय नहीं हो पाया है।
6.ऐसे में सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा था। पर्यटक भी यहां ठहरने के लिए उत्सुक हैं।
7.डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य ने बताया कि 15 दिसंबर से ट्री हाउस को पर्यटकों के लिए खोलने का निर्णय लिया है।

राज्य में वन विभाग के वन विश्राम गृह का एक रात का किराया एक हजार रुपये तय है। अभी ट्री हाउस का वन विभाग ने अलग से कोई शुल्क निर्धारित नहीं किया है। ऐसे में वन विभाग ने राज्य के वन विश्राम गृहों के शुल्क के आधार पर ही ट्री हाउस का दो गुना शुल्क तय कर दिया है।पर्यटकों के लिए ट्री हाउस में दो हजार रुपये में रहना फायदे का सौदा है। वन विभाग ने ट्री हाउस में एक रात ठहरने का जो शुल्क निर्धारित किया है, वह दस हजार रुपये है। जबकि अभी केवल दो हजार रुपये ही शुल्क रखा गया है। ट्री हाउस का शुल्क वन विभाग से स्वीकृत होने के बाद इसकी बुकिंग एडवांस आनलाइन होगी। इसके लिए विभाग वेबसाइट तैयार कर रहा है। फिलहाल कार्यालय आकर पर्यटक अपनी बुकिंग करा सकते हैं।

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