सहारनपुर : सहारनपुर समाजवादी पार्टी के सिंबल पर चुनी गई छुटमलपुर नगर पंचायत अध्यक्ष शमा परवीन ने उत्तराखंड के पूर्व मंत्री नारायण सिंह राणा के नेतृत्व मोदी परिवार में शामिल होकर भाजपा प्रत्याशी राघव लखनपाल को दिया समर्थन सहारनपुर के चुनेटी फाटक स्थित कुंज आश्रम में लोकतंत्र सेनानी आचार्य राजेंद्र अटल भाजपा नेता एवं बुनकर प्रकोष्ठ के पूर्व संयोजक एम आजाद अंसारी की मौजूदगी में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ।
हांलाकि भाजपा ज़िलाध्यक्ष महेंद्र सैनी से लेकर पूर्व विधायक नरेश सैनी, छुटमलपुर प्रभारी मंजू शर्मा को इसकी जानकारी तक नहीं है। हैरत की बात है कि बिना स्थानीय नेताओं व कार्येकर्ताओं की सहमति या फीडबैक के शमा को गैर राज्य के नेता ने भाजपा में एंट्री कैसे और किसकी सहमति पर दिला दी? यहाँ तक कि पूर्व ज़िलाध्यक्ष रहे वर्तमान में पश्चिम उत्तर प्रदेश के मंत्री व सहारनपुर लोकसभा के ज्वायनिंग कमेटी सदस्य व संयोजक बिजेंद्र कश्यप ने भी इस एंट्री से अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि जब ज़िलाध्यक्ष समेत अन्य कोई स्थानीय नेता इस एंट्री में शामिल नहीं था तो एंट्री कैसी? उन्होंने कहा कि पार्टी प्रोटोकॉल के तहत ही किसी की एंट्री होती है।
क्या ज़िलाध्यक्ष, लोकसभा संयोजक व नगर प्रभारी की भाजपा की नज़रों में इतनी हैसियत भी नहीं है कि उनसे एंट्री कराने या न कराने कि बाबत पूछ लिया जाता या फीडबैक ही ले लिया जाता। लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिससे साफ है कि भाजपा जैसी संगठन को प्राथमिकता देने वाली पार्टी में भी अब संगठन की कोई अहमियत नहीं रही। कुल मिलाकर शमा की एंट्री को लेकर स्थानीय स्तर के किसी भी नेता को कोई जानकारी नहीं है जिससे आने वाले दिनों में शमा के लिए ‘न इधर के रहे न उधर के रहे’ वाली कहावत चरितार्थ हो सकती है।