देहरादून से मोहम्मद अरशद की खास रिपोर्ट
नशीले मादक पदार्थों के साथ साथ छुटमलपुर फतेहपुर में चरम सीमा पर है नशीली दवाओं का काला कारोबार…
फतेहपुर छुटमलपुर-सहारनपुर
बताते चलें कि नशीले मादक पदार्थों का गढ़ बन चुके छुटमलपुर फतेहपुर कस्बे सहित पूरे क्षेत्र में नशीले मादक पदार्थ स्मैक व चरस के साथ साथ ही मेडिकल स्टोरों पर भी नशीली दवाइयां एंव नशीले इंजेक्शनों का काला कारोबार धड़ल्ले के साथ हो रहा है।
कुछ मैडिकल स्टोर स्वामी चंद पैसो की खातिर धकेल रहे है युवाओं को नशे की ओर कर रहे है नशे काला कारोबार
जबकि स्थानीय जिला स्वास्थ्य विभाग भी इन मेडिकल स्टोर संचालकों के साथ अपनी साठगांठ कर इन मेडिकल स्टोर संचालकों के हौंसले बुलंद करने में लगा हुआ है। जबकि सूत्रों के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार फतेहपुर कस्बे के कुछ चुनिंदा मेडिकल स्टोर संचालकों के जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ मिलीभगत होने के कारण जब किसी शिकायत पर जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी छुटमलपुर फतेहपुर कस्बे में मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी करने के लिए पँहुचते हैं तो इन कुछ चुनिंदा मेडिकल स्टोर संचालकों के द्वारा अन्य मेडिकल स्टोर स्वामियों को अलर्ट कर दिया जाता है सूचना दे दी जाती या तो ये मैडिकल स्वामी नशे का सामान इधर उधर कर देते हे या दुकान ही बंद कर इधर उधर हो जाते है और माना जा रहा है कि छुटमलपुर फतेहपुर कस्बे में जहां नशीले मादक पदार्थ स्मैक चरस के साथ ही नशीली दवाओं के इस काले कारोबार को आखिर किस की सह पर बढ़ावा दिया जा रहा है और जिला स्वास्थ्य विभाग भी ऐसे मेडिकल स्टोरों की गहनता से जांच पड़ताल शुरू कर अपनी ओर से इनके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही शुरू कर ऐसे मेडिकल स्टोर संचालकों पर जेल भेजने की कार्यवाही आखिर क्यों नहीं कर पा रहा है। अब इसे विभाग के साथ साँठ गाँठ कहे या पैसे का खेल क्या अधिकारी देगे इस ओर ध्यान क्या इन स्टोर स्वामियों के खिलाफ हो पायेगी कार्यवाही