देश की राजधानी दिल्ली में बच्चा चोरों का नेटवर्क काफी फल फूल रहा है, सीबीआई के इस ऑपरेशन में 15 घंटे से लेकर 36 घंटे तक के नवजात बच्चों को अस्पतालों से चुराकर 4 से 6 लाख रुपए में सौदा करने की बात सामने आई है।
दिल्ली के केशव पुरम इलाके में उस वक्त अफरा तफरी मच गई जब सीबीआई और पुलिस की टीम एक मकान में छापा मारने के लिए पहुंची सीबीआई और पुलिस की दिनों की मेहनत के बाद मानव तस्करी के इस संगीन मामले का खुलासा हुआ है इसमें की सात बच्चों को बचाया गया है सबसे बड़ी बात यह है की सबसे छोटे बच्चों की उम्र केवल 36 घंटे है जबकि दूसरे बच्चे का जन्म 15 दिन पहले का बताया जा रहा है।
7 बच्चा चोर गिरफ्तार
पुलिस ने इस छापे के दौरान सात लोगों को गिरफ्तार किया है पुलिस इन लोगों से पूछताछ कर रही है कि उन्होंने बच्चों को कैसे और कहां से चुराया है इसके साथ ही सीबीआई इन बरामद बच्चों के बारे में जांच पड़ताल कर रही है।
मामला बच्चों की खरीद फरोख्त का है
अब तक की जांच में पता चला है कि एक महिला जो कि बच्चा बेच रही थी और एक पुरुष इन बच्चों को खरीद रहा था इन दोनों से अधिकारी पूछताछ करके मामले की पूरी छान बीन में लगे हुए हैं…
4 से 6 लाख रुपए में बिकते थे बच्चे
शुरुआती तौर की जानकारी में पता चला है कि यह गैंग फेसबुक और व्हाट्सएप के माध्यम से निसंतान दंपतियों को आकर्षक विज्ञापनों के जरिए फर्जी तरीके से बच्चों को गोद लेने के कागज तैयार करते थे और फिर इन बच्चों को ठगी के जरिए 4 से 6 लाख रुपए में बेंच दिया करते थे।
पुलिस ने इस छापे में तकरीबन सात लोगों को गिरफ्तार किया है, उनके इस ग्रुप में अस्पताल का एक वार्ड बॉय भी है जिससे कि पता चलता है कि यह लोग अस्पतालों से नवजात शिशुओं को चोरी करने का काम किया करते थे।