सीएम धामी का ड्रीम प्रोजेक्ट रिस्पना बिंदाल फ़ोर लेन ऐलिवेटेड मार्ग जल्द साकार करेंगे – डा0 पंकज कुमार पाण्डेय

सचिव पांडे ने अफसरों संग रिस्पना बिंदाल नदियों का किया दौरा

आराघर से रिस्पना पुल को भी अलग फ्लाई ओवर से जोड़ने की फिजिबिलिटी स्टडी होगी

न्यूज़ वायरस नेटवर्क 

देवभूमि उत्तराखंड की स्मार्ट राजधानी देहरादून को नई पहचान देने में जुटी धामी सरकार लगातार नयी नयी योजनाओं से शहर को संवारने में जुटी है। इसी का अहम् हिस्सा है रिस्पना और बिंदाल नदियो के किनारों पर बनने वाली फ़ोर लेन ऐलिवेटेड मागों का निर्माण … राज्य सरकार की देहरादून के लिए अति विशिष्ट एवं महत्वकांक्षी योजना में शामिल रिस्पना एवं बिन्दाल नदियों के किनारे चार लेन ऐलिवेटेड मागों के निर्माण के प्रस्तावित प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने के लिए सचिव, लोक निर्माण विभाग डा0 पंकज कुमार पाण्डेय ने लो०नि०वि० के वरिष्ठ अभियन्ताओं एवं कन्सलटेंसी फर्म के विशेषज्ञों के साथ शहर भर का दौरा किया और स्थलीय निरीक्षण के दौरान अफसरों को अहम निर्देश दिए।

ये है एलिवेटेड रोड का पूरा ट्रेक –

आपको बता दें कि इस महत्वकांक्षी एलिवेटेड रोड परियोजना के अन्तर्गत रेस्पिना एलिवेटेड रोड़ 11.00 कि०मी० एवं बिंदाल एलिवेटेड रोड़ 15.00 कि०मी० लंबी है, जो चार लेन में बनायी जानी प्रस्तावित हैं। रिस्पना नदी किनारे ऐलिवेटेड मार्ग विधान सभा के समीप रिस्पना पुल से प्रारम्भ होकर राजपुर-सहस्त्रधारा मार्ग पर नागल सेतु पर जुड़ता है, जो कि सहस्त्रधारा क्रासिंग के समीप सेतु एवं धोरण पुल के पास दो स्थलों पर संलग्न मुख्य मार्गो से भी जुड़ेगा। बिन्दाल नदी के साथ साथ ऐलिवेटेड मार्ग हरिद्वार बाईपास (NH-72) पर कारगी के समीप बिन्दाल सेतु से प्रारम्भ होकर राजपुर रोड पर डाईवर्जन से आगे सांई मन्दिर पर जुड़ता है जोकि सहारनपुर रोड़ पर लाल पुल एवं चकराता रोड़ पर बिन्दाल पुल पर भी यातायात को संयोजकता प्रदान करेगा।

सचिव , डॉ० पंकज कुमार पाण्डेय ने दिए निर्देश –

सचिव, लो०नि०वि० डॉ० पंकज कुमार पाण्डेय ने दोनों ऐलीवेटेड रोड परियोजना के प्रारंम्भ बिन्दु, अंतिम बिन्दु समस्त क्रासिंग के अलावा अन्य संवेदनशील स्थानों का मौके पर जाकर निरीक्षण किया और तकनीकी बिन्दुओं के साथ व्यवहारिक पक्षों पर भी चर्चा की। डॉ० पाण्डेय, सचिव के द्वारा निर्देश दिये गये कि राष्ट्रीय राजमार्ग, एन०एच०ए०आई० के अधिकारियों से समन्वय बनाकर रिंग रोड एवं जोगीवाला फ्लाई ओवर के संरेखण का भी संज्ञान लेते हुये आवश्यकतानुसार संशोधन कर लिया जाय। इसके साथ ही मुख्य अभियंता, लो०नि०वि० को निर्देश दिये कि आराघर से रिस्पना पुल को भी अलग फ्लाई ओवर से जोड़ने की फिजिबिलिटी स्टडी करा ली जाय। सचिव लो०नि०वि० डॉ० पाण्डेय द्वारा निर्देश दिये गये कि दोनों संरेखणों में पड़ने वाले समस्त यूटिलिटी से सम्बन्धित विभागों PITCUL, UPCL, जल संस्थान एवं पेयजल निगम से समन्वय बनाकर उनकी प्रभावित सेवाओं के शिफ्टिंग हेतु वास्तविक आंकलन के आधार पर आगणन प्राप्त कर लिया जाय।

सचिव पांडे ने निरीक्षण के दौरान उपस्थित मुख्य अभियंता, अधिशासी अभियंता एवं कसंलटेंट को निर्देश दिये हैं कि दोनों नदियों की वर्तमान स्थिति एवं प्रस्तावित / ऐलिवेटेड मार्गों के डिजाईन की चौड़ाई के सापेक्ष प्रभावित भूमि / संरचना की स्पष्ट स्थिति के साथ तकनीकी बिन्दुओं पर आवश्यक संशोधन करते हुये एक सप्ताह के अन्दर उनके संज्ञान में लायेंगे। निरीक्षण के समय मुख्य अभियंता लो०नि०वि० एन०पी० सिंह, अधीक्षण अभियन्ता रणजीत सिंह, अधिशासी अभियन्ता जितेन्द्र कुमार त्रिपाठी, कन्सलटेंट इत्यादि उपस्थित थे।

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