विशेष रिपोर्ट – महविश फ़िरोज़
अब तक आपने गाय के गोबर से कंडे, दिया, गैस और खाद बनाते सुना होगा, लेकिन अब गोबर से प्राकृतिक पेंट तैयार किया जाएगा इसके लिए छत्तीसगढ़ के बस्तर में तैयारी शुरू कर दी गई है.दरअसल सरकार की गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में खरीदे जा रहे गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाया जाएगा.
छत्तीसगढ़ के बस्तर में पहली बार गोबर से बनाए जाने वाले पेंट का निर्माण बकावंड ब्लॉक के मंगनार और सतलावण्ड गांव के साथ नगर निगम संचालित एक गौठान में किया जाएगा महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान के बाद बस्तर जिले के गौठानों में योजना शुरू करने की कवायद चल रही है.
बताया जा रहा है कि इसके लिए पशुपालन विभाग, कृषि विभाग और नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी को जयपुर में गोबर से पेंट बनाने का प्रशिक्षण लेने के लिए भेजा गया था.प्रशिक्षण लेकर लौटे कर्मचारियों ने बताया कि उम्मीद की जा रही है कि योजना की शुरुआत करीब 1 महीने के अंदर हो जाएगी छत्तीसगढ़ में पहली बार बस्तर जिले में ही गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाने का काम किया जाएगा और इसके लिए तैयारी भी शुरू कर दी गई है.
बाकायदा गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाने का प्रशिक्षण लेने के बाद अब नगर निगम भी जल्द से जल्द शुरुआत करने की तैयारी में लग गया है.इस योजना का उद्देश्य केमिकल पेंट के स्थान पर लोगों को कम कीमत में प्राकृतिक पेंट की उपलब्धता सुनिश्चित कराना और महिला समूहों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है. उन्होंने कहा कि गोबर से तैयार होने वाला पेंट सेहत के साथ ही घर की दीवारों के लिए फायदेमंद होगा. गोबर से पेंट को तैयार करने में करीब 4 से 7 दिन का समय लगेगा.
जयपुर से प्रशिक्षण लेकर पहुंचे कर्मचारियों का कहना है कि गाय के गोबर को बारीक कर 40 फीसद तक तरल निकाला जाता है. इसके बाद उसमें टाइटेनियम डाइऑक्साइड, कैल्शियम कार्बोनेट थिकनर समेत कई तरल और प्राकृतिक रंग मिलाकर पेंट तैयार किया जाता है. 1 लीटर पेंट में गोबर का अंश करीब 20 फीसदी होता है.