विश्व ग्लूकोमा सप्ताह 12 से 18 मार्च तक दून अस्पताल में
देहरादून : ग्लूकोमा आंख से जुड़ी एक बीमारी है. इसे काला मोतियाबिंद भी कहा जाता है. 10 से 15 प्रतिशत केसों में यह बीमारी भाई-बहनों में भी पाई जाती है। एक रिसर्च के मुताबिक देश में हर आठवां व्यक्ति ग्लूकोमा से पीड़ित है. 11.2 मिलियन भारतीय इस बीमारी से ग्रस्त हैं और 1.1 मिलियन लोग अंधे हैं. इनमें बच्चे भी शामिल हैं. आधे से ज्यादा लोग अपनी स्थिति के बारे में अनजान हैं। लक्षणों में सिर दर्द, धुंधलापन और रोशनी के चारों तरफ अलग-अलग रंगों का दिखाई देना है. वहीं, जब हमारे देखने का दायरा धीरे-धीरे कम होने लगता है तो यह समझ लेना चाहिए कि इस मर्ज की चपेट में आ चुके हैं। यह मर्ज 40 साल के बाद होने का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए इस दौरान नियमित जांच जरूरी है.40 साल के बाद आंखों की जांच समय-समय में कराते रहें. रोजाना वर्कआउट करें।