भारत में ऑटोमोबाइल सेक्टर में तेजी बदलाव देखने को मिल रहे हैं। गाड़ियों को लोगों की पसंद बदलती जा रही है। पहले जहां हैचबैक कारें लोगों की पहली पसंद होती थीं, वहीं अब उनकी जगह एसयूवी ले रही हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि पेट्रोल के दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, ऐसे में हैचबैक कारें ज्यादा ईंधन की बचत करती हैं, लेकिन बावजूद इसके लोग अब एसयूवी पसंद कर रहे हैं, तो ज्यादा तेल की खपत करती हैं। पिछले पांच सालों में एसयूवी की बिक्री का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। पिछले महीने सितंबर के बिक्री के आंकड़ें देखें तो पैसेंजर व्हीकल्स में आधे से ज्यादा एसयूवी की बिक्री हुई। जुलाई से लेकर सितंबर तक यही ट्रेंड जारी रहा है और सेडान तथा हैचबैक कारों की बिक्री घटी है
एसयूवी पहले पायदान पर
भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में लोगों में एसयूवी के प्रति ऐसा क्रेज पहली बार देखा जा रहा है। इन दिनों लगभग हर कार कंपनी ने बाजार में अपनी एसयूवी लॉन्च कर रखी है और सभी कंपनियों के बिक्री के आंकड़ों में एसयूवी पहले पायदान पर हैं। सियाम के आंकड़ों के मुताबिक सितंबर 2021 में 87,720 एसयूवी की बिक्री हुई थी। जबकि इस दौरान मात्र 64235 सेडान और हैचबैक कारों की बिक्री हुई। वहीं 2021-22 की दूसरी तिमाही में भी यह ट्रेंड बरकार रहा और 367457 एसयूवी की बिक्री हुई, जबकि 343939 यूनिट्स पैसेंजर कारें बिकीं।